अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों पर प्रतिबंध 31 मार्च तक बढ़ा, पिछले मार्च से ही विमानों के अंतराष्ट्रीय परिचालन पर लगी है रोक
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: February 27, 2021 08:12 IST2021-02-27T08:05:26+5:302021-02-27T08:12:16+5:30
भारत ने 18 देशों के साथ एयर बबल अनुबंध किया है. इसके तहत प्रत्येक देश की एयरलाइंस को प्रत्येक सप्ताह एक निश्चित संख्या में भारत के लिए उड़ाने संचालित करने की अनुमति दी जाती है.

सांकेतिक तस्वीर (फाइल फोटो)
मुंबई: भारतीय विमानन नियामक डीजीसीए ने आज अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री उड़ान सेवाएं निलंबित रखने की अवधि 31 मार्च तक के लिए बढ़ा दी. कोविड-19 महामारी के कारण अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का परिचालन पिछले वर्ष 23 मार्च से निलंबित है.
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने कहा, ''सक्षम प्राधिकरण ने 26 जून 2020 के परिपत्र की वैधता बढ़ा दी है.'' इसके तहत भारत से आौर भारत के लिए अनुसूचित अंतरराष्ट्रीय यात्री सेवाएं 31 मार्च 2021 तक 23.59 मिनट तक निलंबित रहेगी.
हालांकि, चुनिंदा मार्गों पर अंतरराष्ट्रीय अनुसूचित उड़ानों को सक्षम प्राधिकरण द्वारा मामला-दर-मामला आधार पर अनुमति दी जा सकती है. परिपत्र के अनुसार पाबंदी मालवाहक उड़ानों और डीजीसीए की मंजूरी वाले उड़ानों पर लागू नहीं होगी.
कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए राष्ट्रव्यापी बंद के कारण 25 मार्च को यात्री हवाई सेवाओं को निलंबित कर दिया गया था. इसके बाद घरेलू उड़ान सेवाएं 25 मई से फिर से शुरू हो गई थी.
डीजीसीए ने कहा है कि यह प्रतिबंध अंतरराष्ट्रीय ऑल-कार्गो ऑपरेशन और विशेष अनुमति वाली उड़ानों पर लागू नहीं होगा. भारत ने 18 देशों के साथ एयर बबल अनुबंध किया है. इसके तहत प्रत्येक देश की एयरलाइंस को प्रत्येक सप्ताह एक निश्चित संख्या में भारत के लिए उड़ाने संचालित करने की अनुमति दी जाती है.
इसी प्रकार भारतीय एयरलाइंस को इन 18 देशों के शहरों के लिए उड़ान भरने का अधिकार दिया गया है. इसके अलावा वंदे भारत मिशन के तहत देशवासियों को वापस लाने का कार्यक्रम भी निरंतर जारी है.