मध्य प्रदेश: शिवराज के कुशासन के कारण प्रदेश के बुरे हालात
By राजेंद्र पाराशर | Published: June 13, 2019 05:11 AM2019-06-13T05:11:22+5:302019-06-13T05:11:22+5:30
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर आरोप लगाया है कि उनके 15 साल के शासन के कुशासन का नतीजा है कि प्रदेश में बदहाल स्थितियों से कांग्रेस सरकार को निपटना पड़ रहा है
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर आरोप लगाया है कि उनके 15 साल के शासन के कुशासन का नतीजा है कि प्रदेश में बदहाल स्थितियों से कांग्रेस सरकार को निपटना पड़ रहा है. सिंह ने कहा कि भाजपा में अपने अस्तित्व के संकट से निपटने के लिए छपास रोग से पीड़ित शिवराज सिंह नित नए तरीके ढूढंते रहते है. उन्होंने कहा कि अगर यह प्रदेश मजबूत होता और शिवराज सरकार ने काम किया होता तो आज प्रदेश आर्थिक संकट और पेयजल संकट से जूझ नहीं रहा होता.
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर चिंता जता रहे शिवराज अपने शासन की याद करें जब प्रदेश बलात्कार में नंबर वन था. उन्होंने कहा कि जनता के पैसों को अपना समझकर पूर्व मुख्यमंत्री ने जो लुटाई मचाई थी उसी का नतीजा है कि आज प्रदेश आर्थिक संकट से जूझ रहा है. खाली खजाने के बीच कमल नाथ सरकार ने कर्ज माफी कर किसानों को राहत पहुंचाने का जो काम किया है यह उनके अनुभव और प्रबंधन का नतीजा है. सिंह ने कहा कि सरप्लस बिजली, बीमारू राज्य से प्रदेश को बाहर निकालने का दावा करने वाले शिवराज की हकीकत सामने आ गई है. 15 साल के राज में उन्होंने पेयजल संकट से निजात दिलाने के लिए कोई कदम नहीं उठाए. यही कारण है कि आज भी प्रदेश जल संकट से जूझ रहा है.
सिंह ने कहा कि सरप्लस बिजली के बाद भी कटौती हो रही है तो इसका कारण है कि उनके राज में आरएसएस भाजपा के कार्यकर्ताओं की जो आउटसोर्स के नाम पर भर्ती हुई थी वे लोग सरकार को बदनाम करने के लिए घटिया हथकंडों पर उतर आए है. पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि अगर शिवराज को जनता की जरा भी चिंता है तो उन्हें अपने भाड़े के लोगों को संदेश भेजना चाहिए कि वे हरकतें बंद करें. सिंह ने कहा कि चिमनी यात्रा निकालने के बजाए भाजपा अपने कार्यकतार्ओं को समझाएं कि वे बिजली वितरण में रूकावट पैदा न करें.