Ayodhya: 22 जनवरी को अयोध्या में भोपाल की डमरू टीम की परफॉर्मेन्स पर झूमेगी अयोध्या
By अनुराग.श्रीवास्तव@लोकमत.इन | Published: January 3, 2024 12:31 PM2024-01-03T12:31:10+5:302024-01-04T19:12:52+5:30
अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाली रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में राम भक्त भोपाली धुन पर झूमेंगे। रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम के लिए भोपाल की डमरू टीम को खास न्योता मिला है।
अयोध्या में बजेगा भोपाल का डमरु
पूरा देश 22 जनवरी को होने वाले रामलाल के प्रतिष्ठा कार्यक्रम प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम के इंतजार में है। अयोध्या में होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर राम भक्ति का माहौल है। वहीं भोपाल की डमरू टीम अयोध्या में 22 जनवरी को आध्यात्मिक माहौल बनाने की तैयारी में है। भोपाल की डमरू टीम को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या से निमंत्रण मिला है।
108 कलाकार देंगे प्रस्तुति
भोपाल के 108 सदस्य वाली डमरू टीम 22 जनवरी को जहां रामलला विराजित होंगे उसके पास अपनी आध्यात्मिक धुन से राम की नगरी को रंगने का काम करेगी। 22 जनवरी को लाखों राम भक्तों के बीच में भोपाल की डमरू टीम के होने वाले परफॉर्मेंस पर सबकी नज़रें होगी।
खास है वाद्य यंत्र
भोपाल में डमरू और श्रृंगी बजाने में महारत रखने वाले वाले कलाकारों की डमरू टीम खास मौकों पर माहौल को आध्यात्मिक बनाने का काम करते हैं। जिससे पूरा माहौल भक्ति में हो जाता है। और अयोध्या में होने वाले कार्यक्रम को लेकर डमरू टीम खास तैयारी करने में लगी है।
भोपाल की इस डमरू टीम की खासियत है की कलाकार डमरू और श्रृंगी बजने में महारत हासिल किए हैं श्रृंगी हिमालय के तराई से मंगाई गई है। इसके साथ ही वाद्य यंत्रों में 35 शंख, 30 डमरू, 35 झांज मजीरे, एक पुनेरी ढोल, एक नगाड़ा, एक थाल घंटा, चार छोटे ढोल, दो हजार घुंघरू वाले डंडे होंगे जो अयोध्या में राम जन्मभूमि पथ पर अपनी प्रस्तुति देकर माहौल को राम मय बनाने का काम करेंगे।
भोपाल की डमरू टीम की खासियत यह है कि इस टीम में तकनीकी शिक्षा लेने वाले छात्र शामिल है। 18 ऐसे कलाकार है जो बीटेक इंजीनियरिंग कर रहे हैं। जब यह टीम भोपाल की सड़कों पर उतरती है तो जो जहां होता है वहीं थम सा जाता है। भोपाल की डमरू टीम काशी विश्वनाथ मंदिर में भी अपनी प्रस्तुति दे चुकी है लेकिन अब यह टीम रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दिन अपने भक्ति में प्रस्तुति से माहौल को आध्यात्मिक बनाने का काम करेंगे।