सूनी हो गईं ये गलियां, साइकिल उठाकर दोस्तों से मिलने निकल जाते थे अटल बिहारी वाजपेयी
By धीरज पाल | Updated: August 17, 2018 15:38 IST2018-08-17T15:36:17+5:302018-08-17T15:38:00+5:30
अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी कांति मिश्रा बताती हैं कि प्रधानमंत्री बनने से पहले वे मध्य प्रदेश आया करते थे। अक्सर वो अपने मित्रों से मुलाकात करने जाते थे।

सूनी हो गईं ये गलियां, साइकिल उठाकर दोस्तों से मिलने निकल जाते थे अटल बिहारी वाजपेयी
नई दिल्ली, 17 अगस्त: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में 25 दिसंबर 1924 जन्मे अटल बिहारी वाजपेयी जी के किस्से बेहद ही प्रचलित है। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा लश्कर में स्थित गोरखी माध्यमिक विद्यालय में पूरी की और ग्वालियर के ही एमएलबी कॉलेज से उन्होंने ग्रेजुएशन समाप्त की। इसके बाद अटल जी ने पोस्ट ग्रेजुएशन करने के लिए कानपुर चले गए। ग्वालियर में उन्होंने काफी वक्त गुजारा था। तब ग्वालियर की गलियों में उनके बहुत से बचपन के मित्र हुआ करते थे जिनसे मुलाकात करने के लिए वे अक्सर ग्वालियर आया करते थे।
अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी कांति मिश्रा बताती हैं कि प्रधानमंत्री बनने से पहले वे मध्य प्रदेश आया करते थे। अक्सर वो अपने मित्रों से मुलाकात करने जाते थे। आश्चचर्य की बात यह है कि साइकल से अपने मित्रों से मुलाकात करने जाते थे। वो ग्वालियर की गलियों से गुजरते थे। मीडिया से बातचीत करते हुए कांति मिश्रा बताती हैं कि बहुत साल पहले जब वो ग्वालियर आते थे तो मेरे बेटे नितिन मिश्रा की साइकल लेकर मुरार एरिया से होते हुए कश्मीरी तक अपने बचपन के मित्र दीपक से मिलने जाते थे। इसके बाद वो शहर के अन्य मित्रों से भी मिलने के लिए साइकिल से ही जाया करते थे।
चीर निद्रा में विलीन होने के बाद ग्वालियर की गलियां सुनी सी पड़ गई हैं और पूरानी यादें इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गए। अटल बिहारी वाजपेयी की मौत की खबर के बाद 75 साल पुराना पूर्व प्रधान मंत्री के घर के करीब कमल सिंह का बाग का इलाका एक दम सूना हो गया।
कांति मिश्रा बताती हैं कि साल 2006 में चाचा जी अपना जन्मदिन मनाने आए थे और यहां तीन दिनों तक रूके भी थे। ग्वालियर आना उनका अंतिम बार था। इसके बाद ग्वालियर नहीं आए। अटल जी के निधन के बाद ग्वालियर सहित पूरा देश शोक में डूबा हुआ है। उनकी मौत की खबर के बाद ग्वालियर शहर और गलियों में मातम छा गया।