पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी और कांग्रेस नेता करुणा शुक्ला का निधन हो गया है। वे कोरोना से संक्रमित थीं और छत्तीसगढ़ के रायपुर में रामकृष्ण अस्पताल में भर्ती थीं। उनका निधन रात 12 बजकर 40 मिनट पर हुआ। वे 70 वर्ष की थीं।
करुणा शुक्ला का अंतिम संस्कार मंगलवार को बलौदाबाजार में होगा। करुणा शुक्ला पूर्व में लोकसभा सांसद रही हैं और वर्ममान में छत्तीसगढ़ में समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष थीं।
वह बीजेपी में भी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सहित तमाम बड़े पदों पर रहीं। हालांकि 2013 में विधानसभा चुनाव के दौरान वे कांग्रेस में शामिल हो गई थीं। करुणा शुक्ला के निधन पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर शोक व्यक्त किया है।
उन्होंने लिखा, 'मेरी करुणा चाची यानी करुणा शुक्ला जी नहीं रहीं। निष्ठुर कोरोना ने उन्हें भी लील लिया। राजनीति से इतर उनसे बहुत आत्मीय पारिवारिक रिश्ते रहे। उनका सतत आशीर्वाद मुझे मिलता रहा। ईश्वर उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें और हम सबको उनका विछोह सहने की शक्ति प्रदान करें।'
करुणा शुक्ला का जन्म एक अगस्त 1950 को ग्वालियर में हुआ था। वे 1983 में पहली बार बीजेपी से विधायक चुनी गईं। साल 2009 के लोकसभा चुनाव में वे बीजेपी के टिकट पर कांग्रेस के चरणदास महंत के खिलाफ मैदान में उतरीं लेकिन सफल नहीं हुई।
वहीं, साल 2018 में छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह के खिलाफ उम्मीदवार बनाया। वे राजनांदगांव से खड़ी हुई लेकिन वे हार गईं। इससे पहले वे 14वें लोकसभा में छत्तीसगढ़ के जांजगीर से बीजेपी के टिकट पर सांसद बनी।