जयपुर, 30 मार्चः पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन की सूचना सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। उनकी निधन की खबर राजस्थान में वायरल हुई, जिसके बाद लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि भी देना शुरू कर दिया। वहीं, कई लोग इसे फेक सूचना बता रहे हैं। लेकिन, यहां आपको बता दें कि लोकमत न्यूज इस तरह की खबर की पुष्टि नहीं करता है।
न्यूज18 की खबर के मुताबिक, जयपुर, जोधपुर समेत पूरे प्रदेश में अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के मैसेज वाट्सएप के जरिए एक-दूसरे को भेजे गए हैं। साथ ही लोगों ने बिना पुष्टि किए उन्हें श्रद्धांजलि तक दे दी। वहीं, अलसुबह तक इस सूचना की कोई पुष्टि नहीं हुई।
इससे पहले उड़ीसा के बालासोर जिले में एक सराकरी स्कूल ने वाजपेयी को श्रद्धांजलि दे दी थी और उनके सम्मान में एक दिन के लिए छुट्टी की घोषणा भी कर दी थी। मामला सामने आने के बाद स्थानीय नागरिकों ने जिला कलेक्टर के पास इसकी शिकायत की थी, जिसके बाद जिला कलेक्टर सनातन मल्लिक ने स्कूल प्राचार्य कमलकांत दास को निलंबित कर दिया था।
आपको बता दें कि वाजपेयी बीते कुछ सालों से बीमार चल रहे हैं। भारतीय राजनीतिक इतिहास में उनको एक कुशल राजनीतिज्ञ, भाषाविद, कवि और पत्रकार के रूप में जाना जाता है। वह एक ऐसे नेता रहे हैं जिन्हें जनता के साथ-साथ हर पार्टी के लोग पसंद करते हैं।
अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में हुआ था। उनके पिता कृष्ण बिहारी वाजपेयी शिक्षक थे। उनकी माता कृष्णा जी थीं। वैसे मूलत: उनका संबंध उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के बटेश्वर गांव से है। लेकिन, पिता जी मध्यप्रदेश में शिक्षक थे। इसलिए उनका जन्म वहीं हुआ। लेकिन, उत्तर प्रदेश से उनका राजनीतिक लगाव सबसे अधिक रहा। प्रदेश की राजधानी लखनऊ से वे सांसद रहे थे।
अटल बिहारी वाजपेयी ने अपनी राजनीतिक कुशलता से भाजपा को देश में शीर्ष राजनीतिक सम्मान दिलाया। दो दर्जन से अधिक राजनीतिक दलों को मिलाकर उन्होंने राजग बनाया जिसकी सरकार में 80 से अधिक मंत्री थे, जिसे जम्बो मंत्रीमंडल भी कहा गया।