जयपुर: राजस्थान का सियासी घमासान जैसे खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। राज्य में शुक्रवार से विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने ऐलान किया है कि वो कल ही सदन में अविश्नास प्रस्ताव लाएगी। ऐसे में अशोक गहलोत सरकार के सामने बहुमत साबित करने की चुनौती है। गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी की बैठक हुई, जिसमें ये फैसला लिया गया।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सतीश पुनिया ने गुरुवार को कहा कि सरकार में बहुत सारे मतभेद हैं। जिस तरह से उन्होंने संघर्ष किया है, संभावना है कि वे विधानसभा में विश्वास मत ला सकते हैं लेकिन हम अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए भी तैयार हैं।
आज शाम CM गहलोत के निवास पर होगी कांग्रेस विधायक दल की बैठक
वहीं मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो विधानसभा में भाजपा के नेता गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि कांग्रेस अपने घर में टांका लगाकर कपड़े को जोड़ना चाह रही है, लेकिन कपड़ा फट चुका है। ये सरकार जल्द ही गिरने वाली है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि यह सरकार अपने विरोधाभास से गिरेगी, बीजेपी पर यह झूठा आरोप लगा रहे हैं। लेकिन इनके घर के झगड़े से बीजेपी का कोई लेना देना नहीं है
बता दें कि राजस्थान में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक गुरुवार को शाम 5 बजे जयपुर में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निवास पर होगी। मालूम हो कि कल से राज्य विधानसभा का सत्र बुलाना है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को उम्मीद जताई थी कि 14 अगस्त से शुरू हो रहे राज्य विधानसभा के सत्र में विभिन्न मुद्दों पर खुलकर चर्चा होगी।
सचिन पायलट की वापसी से ना खुश है गहलोत खेमा
उल्लेखनीय है कि सचिन पायलट व उनके खेमे के 18 विधायकों की वापसी से गहलोत खेमे के कई विधायक खुश नहीं हैं और उन्होंने अपनी नाराजगी मंगलवार रात जैसलमेर में विधायक दल की बैठक में भी जाहिर की थी। इस प्रकरण में किसकी हार किसकी जीत हुई यह पूछे जाने पर गहलोत ने कहा,'ये जीत जो है, ये जीत असली प्रदेशवासियों की जीत है। मैं प्रदेशवासियों को और विश्वास दिलाता हूं कि जीत हमारी सुनिश्चित है आने वाले वक्त में और दोगुने जोश से सब काम करेंगे, आपकी सेवा करेंगे।' राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट व अन्य बागी विधायकों की वापसी को लेकर कांग्रेस के कुछ विधायकों में नाराजगी के बारे में गहलोत ने कहा,' उनकी नाराजगी स्वाभाविक है। जिस रूप में यह प्रकरण हुआ, उनको इतने दिन होटलों में रहना पड़ा, उनका नाराज होना स्वाभाविक था।'
उल्लेखनीय है कि सचिन पायलट व कांग्रेस के 18 अन्य विधायक कथित तौर पर मुख्यमंत्री गहलोत के नेतृत्व से नाराज हैं। वे सोमवार को नयी दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी व प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद लौटे हैं। हालांकि पायलट व गहलोत की अभी मुलाकात नहीं हुई है। वहीं भाजपा विधायक दल की बैठक बृहस्पतिवार को यहां होनी प्रस्तावित है।