Assembly elections: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 30 सीटों तथा असम की 39 सीटों के लिए गुरुवार को लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
पश्चिम बंगाल में छिटपुट हिंसा के बीच पहले चरण की तरह ही बंपर वोटिंग हुई है। चुनाव आयोग के मुताबिक, दूसरे चरण में 80 प्रतिशत से ज्यादा वोटरों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। अंतिम आंकड़े अपडेट होने तक यह 4-5 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। असम में शाम छह बजे तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 73.45 लाख मतदाताओं में से 74.69 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
दूसरे चरण का चुनाव शांतिपूर्ण रहा
आयोग ने कहा कि दोनों राज्यों में 69 विधानसभा क्षेत्रों के लिए 21,212 मतदान केंद्रों पर दूसरे चरण का चुनाव शांतिपूर्ण रहा। आयोग ने एक बयान में कहा, ‘‘असम में दूसरे चरण में 39 विधानसभा क्षेत्रों में 74.69 प्रतिशत मतदान हुआ। पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण में 30 विधानसभा क्षेत्रों में शाम पांच बजे तक 80.43 प्रतिशत मतदान हुआ।’’
आयोग ने कहा कि पिछले कुछ चुनावों की तुलना में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में गड़बड़ी की दर भी इस बार कम रही। हालांकि कितनी मशीनों को बदला गया इस बारे में नहीं बताया गया। इस चरण के दौरान पश्चिम बंगाल में 10,620 बैलेट यूनिट, इतने ही कंट्रोल यूनिट और वीवीपीएटी का इस्तेमाल हुआ।
दोनों राज्यों से कुल 366.09 करोड़ रुपये की जब्ती की गयी
असम में 10,819 बैलेट यूनिट, 10592 कंट्रोल यूनिट और इतने ही वीवीपीएटी का इस्तेमाल हुआ। एक ईवीएम के लिए एक कंट्रोल यूनिट, कम से कम एक बैलेट यूनिट और एक वीवीपीएटी होता है। मौजूदा चुनाव के दौरान दूसरे चरण तक दोनों राज्यों से कुल 366.09 करोड़ रुपये की जब्ती की गयी है।
बयान में कहा गया कि नकदी, शराब, मादक पदार्थ और उपहार सामग्री की जब्ती की गयी है। वर्ष 2016 के विधानसभा चुनाव के दौरान 60.91 करोड़ रुपये की सामग्री की जब्ती के तुलना में छह गुना जब्ती की गयी है। असम से सी-विजिल ऐप के जरिए आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के 1306 मामले आए जिनमें से 927 का शाम साढ़े चार बजे तक निपटारा कर दिया गया। इसी तरह पश्चिम बंगाल से कुल 14,499 मामले आए जिनमें से 11,630 मामलों का शाम साढ़े चार बजे तक निपटारा कर दिया गया।
पश्चिम बंगाल में इसी चरण में हाईप्रोफाइल सीट नंदीग्राम में भी वोटिंग हुई, जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का मुकाबला भाजपा के शुभेंदु अधिकारी से हो रहा है। तृणमूल कांग्रेस ने गुरुवार को आरोप लगाया कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों ने बंगाल के नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र में एक मतदान केंद्र पर महिला मतदाताओं के साथ 'बदतमीजी' की। टीएमसी ने चुनाव आयोग से अपील की कि ऐसे जवानों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए।आयोग को लिखे पत्र में तृणमूल ने दावा किया कि कुछ कर्मियों को महिलाओं को धमकाते हुए देखा गया।
नंदीग्राम में बूथ संख्या 7 पर मतदान अवरुद्ध नहीं हुआ: निर्वाचन आयोग
निर्वाचन आयोग ने बृहस्पतिवार को पर्यवेक्षक की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल की नंदीग्राम विधानसभा सीट की बूथ संख्या 7 पर मतदान में किसी तरह का अवरोध नहीं पैदा हुआ था। इस सीट पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चुनाव लड़ रही हैं। उनके खिलाफ भाजपा की ओर से शुभेंदु अधिकारी चुनावी मैदान में हैं।
आयोग ने एक बयान में कहा, ‘‘मीडिया के कई हिस्सों में यह कवर किया गया कि नंदीग्राम विधानसभा सीट की बूथ संख्या 7 पर मुख्यमंत्री के कथित घेराव और भीड़ जमा होने के कारण मतदान की प्रक्रिया बाधित हुई।’’ उसने बताया कि पर्यवेक्षक हिमेन दास (आईएएस अधिकारी) और पुलिस पर्यवेक्षक आशुतोष रॉय (आईपीएस अधिकारी) से तत्काल मौके पर पहुंचने के लिए कहा गया था।
आयोग के अनुसार, पर्यवेक्षक की रिपोर्ट शाम चार बजकर छह मिनट पर मिली। रिपोर्ट को उद्धृत करते हुए बयान में कहा गया, ‘‘बूथ संख्या 7 पर मतदान सुचारु रूप से चल रहा है। मुख्यमंत्री वहां करीब डेढ़ घंटे तक रहने के बाद लगभग 3.35 बजे चली गईं। इसका संज्ञान लिया जाए कि यहां पर मतदान बाधित नहीं हुआ। अब तक कुल 943 मतों में से 702 मत डाले जा चुके हैं। यहां 74 फीसदी मत हुआ।’’
असम चुनाव के बीच में ही बीपीएफ प्रत्याशी भाजपा में शामिल हुआ
बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के प्रत्याशी रंगजा खुंगुर बासुमतारी विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण से पहले ही बृहस्पतिवार को भाजपा में शामिल हो गए। बासुमतारी जिस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं, वहां पर छह अप्रैल को मतदान होगा। खबर थी बासुमतारी दो दिन से लापता हैं लेकिन बुधवार करीब आधी रात को वरिष्ठ भाजपा नेता हेमंत बिस्वा सरमा ने ट्वीट कर जानकारी दी कि उन्होंने बीपीएफ प्रत्याशी से मुलाकात की है और वह भगवा पार्टी में शामिल होंगे। बीपीएफ विपक्षी कांग्रेस के साथ गठबंधन में है।
राज्य विधानसभा के लिए तीन चरणों में हो रहे चुनाव में से दो चरण के चुनाव बृहस्पतिवार को संपन्न हो गए। सरमा ने ट्वीट किया, ‘‘बीपीएफ और कांग्रेस नीत कथित गठबंधन का तामुलपुल विधानसभा सीट से आधिकारिक प्रत्याशी श्रीराम दास बासुमतारी ने कुछ समय पहले मुझसे मुलाकात की थी। उन्होंने भाजपा में शामिल होने और चुनाव प्रक्रिया से अलग होने की इच्छा जताई है।’’
उल्लेखनीय है कि रंगजा खुंगुर बासुमतारी को रामदास बासुमतारी के नाम से भी जाना जाता है। बासुमतारी ने स्थानीय टेलीविजन चैनल से कहा कि उन्होंने बीपीएफ से इस्तीफा देने का फैसला किया है क्योंकि पार्टी ने चुनाव प्रचार के दौरान कोई मदद नहीं की। उनसे संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनसे बात नहीं हो सकी क्योंकि उनका मोबाइल फोन बंद आ रहा है।
कांग्रेस ने एक बयान जारी कर पुष्टि की कि बासुमतारी बृहस्पतिवार को भाजपा में शामिल हो गए हैं। तुमालपुर बक्सा जिले में आता है और बोडोलैंड स्वायत्त क्षेत्र का हिस्सा है। यहां तीसरे चरण में छह अप्रैल को मतदान होगा। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बासुमतारी भाजपा की धमकी की वजह से गायब थे। उन्होंने इसके लिए भगवा पार्टी की आलोचना की।