CAA पर हो रहे विवाद के बीच हिमंत विश्व सरमा ने केंद्र सरकार से असमिया को राज्य भाषा बनाने की मांग की
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 22, 2019 04:32 IST2019-12-22T04:32:39+5:302019-12-22T04:32:39+5:30
हिमेत सरमा ने कहा कि असमी को राज्य भाषा का दर्जा देने के लिए संविधान के अनुच्छेद 345 में संशोधन करने का अनुरोध किया है।

CAA पर हो रहे विवाद के बीच हिमंत विश्व सरमा ने असमी को राज्य भाषा बनाने की मांग की
असम सरकार के मंत्री हिमंत विश्व सरमा ने प्रदेश भर में हो रहे नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध के बीच कहा कि राज्य सरकार ने भारत सरकार से असमिया को राज्य भाषा के रूप में बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि असमी को राज्य भाषा का दर्जा देने के लिए संविधान के अनुच्छेद 345 में संशोधन करने का अनुरोध किया है।
Assam Minister Himanta Biswa Sarma: State cabinet also decided to bring a new bill in the next assembly session securing the land rights for the indigenous people. Under this bill, indigenous people can sell their land only to indigenous people. (21.12) pic.twitter.com/TNY2u7uzyP
— ANI (@ANI) December 21, 2019
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हालांकि बराक घाटी, बोडोलैंड जैसे आदिवासी क्षेत्र और पहाड़ी जिलों में यह लागू नहीं हो सकता है।
Assam Min Himanta Biswa Sarma:State govt has requested Govt of India to suitably amend Article 345 of Constitution of India to make Assamese as state language,however in Barak Valley,Bodoland Territorial Area Districts (BTAD) area&hill districts this may not be applicable.(21.12) pic.twitter.com/t6SwIKsSkL
— ANI (@ANI) December 21, 2019
हिमंत विश्व सरमा ने यह भी कहा कि राज्य मंत्रिमंडल ने अगले विधानसभा सत्र में स्वदेशी लोगों के लिए भूमि अधिकार हासिल करने के लिए एक नया विधेयक लाने का निर्णय लिया है। इस विधेयक के तहत, स्वदेशी लोग केवल स्वदेशी लोगों को अपनी जमीन बेच सकते हैं।