गुवाहाटीःकेरल के पृथक केन्द्र से भागा कोरोना वायरस का संदिग्ध रोगी बृहस्पतिवार को असम में सिलचर जाने वाली ट्रेन से पकड़ा गया। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने यह जानकारी दी। रेलवे ने एक बयान में कहा कि 24 वर्षीय युवक को बाद में असम में एक अस्पताल के पृथक वार्ड में भर्ती करा दिया गया। इस घटना के बाद सियालदह-सिलचर कंचनजंगा एक्सप्रेस में सवार सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई और उन्हें घर में अलग रहने की सलाह दी गई। बयान में कहा गया है कि युवक को असम के मोरीगांव स्थित अपने घर लौटते समय पकड़ा गया। वह केरल के एक पृथक केन्द्र से भागा और ट्रेन में सवार होकर चेन्नई पहुंच गया, इसके बाद उसने हावड़ा के लिये ट्रेन पकड़ी और फिर कोलकाता में सियालदह स्टेशन पर कंचनजंगा एक्सप्रेस में सवार हो गया।
कोरोना वायरस के फैलते संक्रमण से केरल में दहशत फैली हुई है। यहां कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है। राज्य में गहराई इस महामारी के संकट से लड़ने के लिए सरकार ने 20 हजार कोरड़ रुपये के विशेष वित्तीय पैकेज की घोषणा की है। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने केरल के लोगों को एक माह तक मुफ्त में चावल बांटने की भी घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कोविड-19 पर समीक्षा बैठक के बाद बताया कि करीब 31,173 लोगों की जांच की जा रही है जिनमें से 237 की अस्पताल में निगरानी की जा रही है। विजयन ने बताया कि करीब 64 लोग गुरुवार को भर्ती हुए हैं।
केरल में बुजुर्ग और बच्चे ऑनलाइन पवित्र प्रार्थना में हिस्सा लें : कैथोलिक बिशप
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सरकार के कदमों का समर्थन करते हुए केरल में कैथोलिक बिशपों ने पादरियों को चर्चों में पवित्र प्रार्थना के लिए बड़ी संख्या में लोगों को नहीं जुटने देने का बुधवार को निर्देश दिया और सलाह दी कि बुजुर्ग और बच्चे प्रार्थना में ऑनलाइन हिस्सा लें। केरल कैथोलिक बिशप्स काउंसिल (केसीबीसी) ने जोर देकर कहा कि बुजुर्ग और बच्चे चर्च में प्रार्थना में हिस्सा लेने के बजाए घर से ही ऑनलाइन प्रार्थना में शिरकत करें। बिशपों ने पवित्र प्रार्थना के लिए चर्चों में 50 से कम लोगों के जमा होने की इजाजत दी है, लेकिन निर्देश दिया है कि जो लोग ज़ुकाम, खांसी और बुखार से पीड़ित हैं, वे इससे दूर रहें।