असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने असम के लोगों को भरोसा दिलाया है कि उनके अधिकार कोई नहीं छीन सकता। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक सोनोवाल ने कहा है कि असम की मिट्टी में पैदा हुए लोगों के अधिकार कोई नहीं छीन सकता। उन्होंने कहा कि हमारी पहचान को कोई खतरा नहीं है। सीएम ने बताया कि अब प्रदेश में हालात सामान्य हैं।
असम के सीएम सर्बानंद सोनोवाल ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा- नागरिकता संशोधन कानून से असम की संस्कृति, पहचान या लोगों को कोई खतरा नहीं है। कुछ लोग जनता को गुमराह कर रहे हैं। असम में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। प्रदेश में शांति बहाल की कोशिशें जारी हैं। जिसके लिए हमेशा की तरह जनता उनका साथ देगी।
इससे पहले गुरुवार को असम के 12 विधायकों ने मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से मुलाकात की और कहा कि पीएम मोदी का समझाएं। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक विधायकों ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून बनने के बाद राज्य में हालात बिगड़ गए हैं। विधायकों ने यह भी कहा कि सोनोवाल साफ तौर पर बताएं कि राज्य सरकार असमियों की भाषा और संस्कृति को बचाने के लिए क्या योजना बना रही है।
गौरतलब है असम अपने इतिहास में जनता के भीषणतम हिंसक प्रदर्शनों में से एक से गुजर रहा है। वहां तीन रेलवे स्टेशनों,एक डाकघर, एक बैंक, एक बैंक टर्मिनस, दुकानों, दर्जनों वाहन और कई अन्य सरकारी संपत्तियां को जला दिया गया या उनमें तोड़फोड़ की गयी।