Assam Assembly Election: असम के करीमगंज जिले में एक कार से ईवीएम बरामद किए जाने से माहौल तनावपूर्ण हो गया है।
बीजेपी प्रत्याशी की कार में EVM मिलने पर हंगामा हो गया है। आयोग ने चार अधिकारी को निलंबित कर दिया है। वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। EVM मिलने के बाद से अब तक काफी सियासी उठापटक हो चुकी है। इस घटना के बाद राज्य में चुनाव आयोग भी सख्ती से कदम उठा रहा है।
आयोग ने मामले से जुड़े चार चुनाव अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। असम (Assam) के करीमगंज विधानसभा क्षेत्र के जिस बूथ पर कथित भाजपा विधायक की कार में ईवीएम मिले थे वहां चुनाव भी रद्द कर दिये गए हैं। करीमगंज में एक लावारिश कार(बोलेरो) में EVM मिला था। जिसके बाद वहां तनाव बढ़ गया।
जिस बोलेरो में ईवीएम थी उसमें कोई शख्स नहीं था। जांच में पता चला कि वो बोलेरो गाड़ी किसी और की नहीं बल्कि पाथरकांडी से भाजपा उम्मीदवार कृष्णेंदू पाल की है। निर्वाचन से जुड़े अधिकारी जब मौके पर पहुंचे तो आयोग से जुड़ा कोई भी अफसर या कर्मचारी वहां मौजूद नहीं था। चुनाव अधिकारियों को नहीं पता था कार भाजपा नेता की है..?
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि मतदान के बाद ईवीएम ले जाते वक्त चुनाव आयोग की कार खराब हो गई थी। जिसके बाद संबंधित अधिकारियों ने वहां से गुजर रही कार से लिफ्ट ले ली। ईवीएम को स्ट्रॉन्ग रूम ले जाया जा रहा था।
जिला निर्वाचन अधिकारी की तरफ से दाखिल की गई शुरुआती रिपोर्ट में बताया गया है कि पोलिंग पार्टी को 'इस बात की जानकारी नहीं थी कि वे जिस गाड़ी में सफर कर रहे हैं, वह भाजपा विधायक की थी।' एन अन्य ट्वीट में सूत्रों के हवालों से बताया गया कि पाथरकांडी में चुनाव आयोग की कार पर हमला हुआ था। इस हमले में कार क्षतिग्रस्त हो गई थी जिसके बाद वहां से गुजर रही कार से लिफ्ट ली गई थी। इस हमले में ईवीएम के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं पाई थी। ईवीएम प्रशासन की देखरेख में है। चुनाव आयोग की कार पर हमला करने के मामले में अज्ञात बदमाशों पर FIR भी दर्ज कराई गई है।
प्रियंका गांधी ने भाजपा पर दागे सवालः भाजपा नेता के कार से ईवीएम मिलने की खबर के बाद प्रियंका गांधी ट्विटर पर सक्रिय हैं और ट्वीट पर ट्वीट किए जा रही हैं। उन्होंने चुनाव आयोग से भाजपा के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार करने की अपील भी की है। प्रियंका ने ट्वीट में कहा, 'हर बार चुनाव के दौरान ईवीएम को निजी वाहनों में ले जाते हुए पकड़े जाने पर कई चीजें एक जैसी होती हैं। ये गाड़ियां आमतौर पर भाजपा उम्मीदवारों या उनके सहयोगियों की होती हैं।
इस तरह के वीडियो को एक घटना के रूप में लिया जाता है। बाद में इसे खारिज कर दिया जाता है। साथ ही भाजपा अपने मीडिया तंत्र का इस्तेमाल उन लोगों पर आरोप लगाने के लिए करती है जो लोग इस घटना को उजागर करते हैं।'प्रियंका गांधी ने आगे कहा, 'सच यह है कि इस तरह की कई घटनाओं की सूचना दी जा रही है और उनके बारे में कुछ भी नहीं किया जा रहा है।
चुनाव आयोग को इन शिकायतों पर निर्णायक रूप से कार्रवाई शुरू करने और सभी राष्ट्रीय दलों द्वारा ईवीएम पर पुनर्मूल्यांकन शुरू करने की आवश्यकता है। 'कांग्रेस लगातार भाजपा पर हमलावर पाथरकांडी विधानसभा में भाजपा उम्मीदवार की कार से ईवीएम मिलने के बाद से कांग्रेस लगातार भाजपा पर हमलावर है।
कांग्रेस नेता सुष्मिता देव ने कहा कि यह एक आपराधिक कृत्य है और हम उम्मीदवार को तत्काल अयोग्य घोषित करने की मांग करते हैं। यह स्पष्ट है कि भाजपा असम में हार रही है यही कारण है कि चुनाव जीतने के लिए अवैध साधनों का उपयोग कर रही है, जो अस्वीकार्य है। गौरव गोगोई ने कहा कि यह तो सबको पता है कि बीजेपी किस तरह से चुनावों में जीत हासिल करती है। इस दफा फिर वही काम किया गया जो वो पहले करती आई।
ईवीएम विवाद के बाद एक मतदान केन्द्र पर पुनर्मतदान के आदेश
चुनाव आयोग ने शुक्रवार को असम के रतबारी विधानसभा क्षेत्र में एक मतदान केन्द्र पर दोबारा मतदान कराने का आदेश दिया। यहां मतदान के बाद जिस वाहन में निर्वाचन अधिकारी ईवीएम को लेकर गए, वह कथित तौर पर भाजपा के एक उम्मीदवार का था। चुनाव आयोग ने एक बयान में कहा कि निर्वाचन अधिकारी और तीन अन्य अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
चुनाव आयोग ने कहा, ‘‘ ईवीएम की सील हालांकि सही थी, लेकिन फिर भी रतबारी (सु) एलएसी1 के मतदान केन्द्र संख्या- 149 इंदिरा एमवी स्कूल में दोबारा मतदान कराने का फैसला किया गया है। असम के करीमगंज जिले में कांग्रेस और एआईयूडीएफ के कुछ समर्थकों ने ईवीएम को भाजपा के एक उम्मीदवार के वाहन में ले जाए जाते हुए देखा था, जिसके बाद बृहस्पतिवार रात यहां हिंसा भड़क गई थी।, पुलिस को स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हवा में गोलियां चलानी पड़ी थी।