अशोक गहलोत देर रात पहुंचे दिल्ली, सोनिया गांधी से आज मुलाकात, राजस्थान कांग्रेस में घमासान का निकलेगा हल?
By विनीत कुमार | Published: September 29, 2022 07:17 AM2022-09-29T07:17:37+5:302022-09-29T07:22:25+5:30
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार देर रात दिल्ली पहुंच गए। आज सोनिया गांधी के साथ उनकी अहम बैठक है। इसमें राजस्थान में कांग्रेस में जारी संकट का हल निकल सकता है।
नई दिल्ली: राजस्थानकांग्रेस में मचे घमासान का हल क्या निकलेगा, इसे लेकर आज बड़ा अपडेट आ सकता है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार देर रात दिल्ली पहुंच गए। ऐसे में आज उनकी सोनिया गांधी से मुलाकात हो सकती है। इससे पहले गहलोत को बुधवार दिन में ही दिल्ली पहुंचना था लेकिन वे नहीं पहुंच सके थे।
कांग्रेस में हमेशा अनुशासन रहा है: अशोक गहलोत
अशोक गहलोत ने दिल्ली पहुंचने के बाद पत्रकारों से भी बात की। उन्होंने कहा कि वे सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। साथ ही गहलोत ने कहा, 'हमारे दिन में जो नंबर वन होता है, हम उसकी अगुवाई में काम करते हैं। हम सोनिया गांधी के नेतृत्व में आगे भी एकजुट रहेंगे। कांग्रेस में अनुशासन हमेशा रहा है।'
राजस्थान को लेकर पर गहलोत ने कहा कि ये घर की बात और इसे सुलझा लिया जाएगा। माना जा रहा है कि गहलोत अब पार्टी अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करेंगे या नहीं, यह सोनिया गांधी के साथ बैठक के बाद ही स्पष्ट होगा। गहलोत ने कहा था कि वह पार्टी अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल करेंगे। हालांकि, राज्य के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम से चीजें कुछ अस्पष्ट हो गई हैं।
गहलोत ने दिल्ली रवाना होने से पहले कल कुछ विधायकों सहित मंत्रियों के साथ बैठक भी की थी। इसमें प्रताप सिंह खाचरियावास, विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, शांति धारीवाल और महेश जोशी मौजूद थे।
राजस्थान की कुर्सी को लेकर खींचतान
गहलोत के वफादार विधायकों ने राज्य में मुख्यमंत्री बदले जाने पर आपत्ति जताई है। वहीं, मुख्यमंत्री पद की दौड़ में आगे माने जा रहे सचिन पायलट मंगलवार को नई दिल्ली पहुंचे। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक कराने यहां आए कांग्रेस महासचिव व प्रदेश प्रभारी माकन ने सोमवार को कहा था कि (गहलोत के वफादार विधायकों द्वारा) विधायक दल की आधिकारिक बैठक में न आकर उसके समानांतर बैठक करना अनुशासनहीनता है।
कांग्रेस विधायक दल की बैठक रविवार रात को मुख्यमंत्री निवास पर होनी थी। लेकिन गहलोत के वफादार विधायक इसमें नहीं आए। इन विधायकों ने संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल के बंगले पर बैठक की और फिर वहां से विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी से मिलने गए और अपने इस्तीफे उन्हें सौंपे। इन विधायकों की ओर से धारीवाल, जोशी व प्रताप सिंह खाचरियावास जाकर माकन एवं मल्लिकार्जुन खड़गे से मिले।
कांग्रेस की अनुशासनात्मक समिति ने मंगलवार रात को मंत्री शांति धारीवाल और महेश जोशी सहित पार्टी के नेता धर्मेंद्र राठौड़ को अनुशासनहीनता के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था और 10 दिन के भीतर यह बताने के लिए कहा कि उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए।
(भाष इनपुट)