लोकसभा में ओवैसी ने कहा- दिल्ली हिंसा को सांप्रदायिक दंगा नहीं सरकार की साजिश, तो जवाब में मोदी सरकार के मंत्री ने ये कहा

By अनुराग आनंद | Updated: March 11, 2020 19:35 IST2020-03-11T18:59:15+5:302020-03-11T19:35:44+5:30

AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली हिंसा पर नरेंद्र मोदी सरकार से एक पूर्व  सर्वोच्च या उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से जांच की मांग भी की।

asaduddin owaisi said- the conspiracy of the government not communal riots to Delhi violence, narendra modi government minister g kishan reddy | लोकसभा में ओवैसी ने कहा- दिल्ली हिंसा को सांप्रदायिक दंगा नहीं सरकार की साजिश, तो जवाब में मोदी सरकार के मंत्री ने ये कहा

असदुद्दीन ओवैसी (फाइल फोटो)

Highlightsदिल्ली हिंसा को लेकर लोकसभा में हो रहे बहस के दौरान सांसद मीनाक्षी लेखी भाजपा नेता कपिल मिश्रा व प्रवेश वर्मा के बचाव में उतर गई।मीनाक्षी लेखी ने कहा कि अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा ने क्रमशः 20 जनवरी और 28 जनवरी को टिप्पणियां की थीं, जबकि हिंसा 23 फरवरी को शुरू हुई।

दिल्ली हिंसा मामले पर बहस के दौरान लोकसभा में  AIMIM नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि इसे सांप्रदायिक दंगा कहना मज़ाक होगा। यह एक सरकार की सोची समझी साजिश का नतीजा था। उन्होंने कहा कि यह हिंदू या मुस्लिम का सवाल नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि क्या आप (सरकार) अपने संवैधानिक कर्तव्यों का पालन करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने इस हिंसा पर नरेंद्र मोदी सरकार से एक पूर्व  सर्वोच्च या उच्च न्यायालय के न्यायाधीश से जांच की मांग भी की। इसके जवाब में जी. किशन रेड्डी ने कहा कि असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद में हिंदुओं को मारा, घरों को भी खाली कराया। 

वहीं, दिल्ली हिंसा मामले में लोकसभा में चर्चा के दौरान विपक्षी दलों द्वारा उठाए गए सवाल पर नरेंद्र मोदी सरकार की तरफ से गृह मंत्री अमित शाह अपनी बात रख रहे हैं।  उन्होंने कहा कि हिंसा में लिप्त किसी भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा और कोई निर्दोष परेशान नहीं होगा। 

चर्चा के दौरान अमित शाह ने कहा, 'दिल्ली दंगा को राजनीतिक दंग देने का प्रयास हुआ है। जिन लोगों की जान गई है उनके लिए दिल से दुख व्यक्त करता हूं। जो मारे गए उनके परिवारों के प्रति संवेदना भी व्यक्त करना चाहता हूं। कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें आज की चर्चा में नहीं बोलना चाहता, लेकिन जिस तरह इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना को रखने का प्रयास हुआ इसलिए इस पर स्पष्ट करना चाहूंगा।'

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं के हेट स्पीच के बाद शाहीनबाग में लोग धरने पर बैठे हैं। अमित शाह ने यह भी कहा कि 25 फरवरी को रात 11 बजे के बाद सांप्रदायिक हिंसा की कोई घटना नहीं घटी है। इसके साथ ही अमित शाह ने हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस की भूमिका पर उठ रहे सवाल के जवाब में कहा कि पुलिस ने हिंसा को पूरे दिल्ली में नहीं फैलने देने की जिम्मेदारी बखूबी निभाई है।  

A Owaisi, AIMIM in Lok Sabha on Delhi violence: To call it a communal riot will be a joke. It was a pogrom. This is not a question of Hindu or Muslim, this is about whether you(Govt) will rise up to your Constitutional duty. I demand an inquiry by a sitting SC or High Court judge pic.twitter.com/HS70wlPFIA

— ANI (@ANI) March 11, 2020

बता दें कि दिल्ली हिंसा को लेकर लोकसभा में हो रहे बहस के दौरान सांसद मीनाक्षी लेखी भाजपा नेता कपिल मिश्रा व प्रवेश वर्मा के बचाव में उतर गई। इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों द्वारा प्रवेश वर्मा व कपिल मिश्रा पर उठाए जा रहे सवाल को लेकर भी जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा को हिंसा के लिए दोषी ठहराया जा रहा है, जबकि दोषी कोई और है।

इसके साथ ही लेखी ने कहा कि अनुराग ठाकुर और प्रवेश वर्मा ने क्रमशः 20 जनवरी और 28 जनवरी को टिप्पणियां की थीं, जबकि हिंसा 23 फरवरी को शुरू हुई। लेखी ने कहा कि कपिल मिश्रा को अमानतुल्ला खान, शारजील इमाम और ताहिर हुसैन के कृत्यों के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था।

बता दें कि दिल्ली हिंसा मामले में आम आदमी पार्टी (AAP) के निष्काषित पार्षद मोहम्मद ताहिर हुसैन के करीबी इरशाद,आबिद और शाहदाब को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर लिया है। ये तीनों आरोपी मुस्तफाबाद के रहने वाले हैं। दिल्ली हिंसा वाले दिन 24 फरवरी को निलंबित AAP पार्षद ताहिर हुसैन (IB ऑफिसर अंकित शर्मा हत्याकांड में आरोपी) के साथ ये तीनों थे और उनके बहुत करीबी बताए जाते हैं। ताहिर हुसैन पर उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए हिंसा में मारे गए इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी अंकित शर्मा की हत्या का आरोप है। ताहिर हुसैन इस वक्त दिल्ली पुलिस की हिरासत में है। ताहिर हुसैन पर दिल्ली हिंसा को लेकर कुल तीन एफआईआर दर्ज हैं। 

ताहिर हुसैन पर ED ने दर्ज किया मनी लॉन्ड्रिंग का केस
आम आदमी पार्टी (AAP) के निष्काषित पार्षद मोहम्मद ताहिर हुसैन पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है। ईडी ने एफआईआर में दावा किया है कि आप (AAP) से निष्काषित पार्षद मोहम्मद ताहिर हुसैन का पीएफआई (PFI) के साथ लिंक है। अधिकारियों ने जानकारी दी है कि दिल्ली हिंसा के दौरान पीएफआई के साथ ताहिर हुसैन के लिंक सामने आए हैं। ईडी के अधिकारियों ने बताया कि हुसैन के खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी ने मामला धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया है। ताहिर हुसैन पर दिल्ली हिंसा के लिए कथित तौर पर पैसा मुहैया करवाने का मामला दर्ज किया गया है।

Web Title: asaduddin owaisi said- the conspiracy of the government not communal riots to Delhi violence, narendra modi government minister g kishan reddy

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