कोलार: एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश में गुरुवार को खूंखार गैंगस्टर अनिल दुजाना के एनकाउंटर को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कर्नाटक के कोलार में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि एनकाउंटर से कानून का शासन कमजोर होता है और इसलिए वे हमेशा इसके खिलाफ हैं।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कोलार में गुरुवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा, 'मैं एनकाउंटर के खिलाफा था और रहुंगा। जिस तरह अब्बास, अतीक, अशरफ को गोली मारी, आज मैं कह रहा हूं कि अनिल (दुजाना) को भी गोली मारना गलत था। एनकाउंटर से कानून का शासन कमजोर होता है, लोगों का संविधान में विश्वास कम होता है। सजा देना कोर्ट का काम है, गोली से किसी को सजा नहीं दी जाती है।'
ओवैसी ने पीएम नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी ने कहा है कि मतदान करते समय बजरंगबली का नारा लगाना, यह कैसी धर्मनिरपेक्षता है? इसी तरह कांग्रेस कर्नाटक के प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कहा कि कांग्रेस सत्ता में आएगी तो और हनुमान मंदिर बनाएंगे। अब अगर मैं यहां कहूं कि 10 मई को मतदान करते समय 'अल्लाह हू अकबर' का नारा लगाना तो मीडिया वाले कहेंगे कि औवेसी उधर लेकर चला गया। वे बोल सकते हैं लेकिन ओवोसी नहीं बोल सकता।'
बता दें कि यूपी एसटीएफ ने गैंगस्टर अनिल दुजाना को मेरठ जिले के एक गांव में मुठभेड़ में मार गिराया। यूपी पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार मेरठ के एक गांव में एसटीएफ टीम ने उसे घेर लिया था। दुजाना ने बचने के लिए पुलिस पर गोलीबारी की और जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया।
इससे कुछ दिन पहले गैंगस्टर-राजनेता अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और उसके साथी को उत्तर प्रदेश पुलिस के साथ मुठभेड़ में मार गिराया गया था। वहीं, अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद को प्रयागराज में तीन लोगों ने गोली मार दी थी, जब उन्हें पुलिस दोनों को लेकर अस्पताल जा रही थी।
पुलिस के अनुसार दुजाना उन 65 माफियाओं में शामिल था, जिनकी गतिविधियों पर उत्तर प्रदेश पुलिस लगातार नजर रख रही है। पुलिस ने बताया कि अनिल दुजाना अपने गिरोह के कुछ सदस्यों से मिलने एक जीप में जा रहा था। एसटीएफ टीम द्वारा घेर लिए जाने के बाद वह नियंत्रण खो बैठा और जीप बिजली के खंभे से टकरा गई। पुलिस ने दुजाना के वाहन से दो पिस्तौल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किया था।
एक अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ के समय दुजाना गाड़ी में अकेला था। एसटीएफ के अनुसार दुजाना अपने गिरोह के सदस्यों से मिलने और 'बड़ी आपराधिक घटना' की योजना बनाने के लिए बागपत से मुजफ्फरनगर जा रहा था। गौतमबुद्ध नगर के बादलपुर थाना क्षेत्र के दुजाना गांव निवासी अनिल दुजाना के खिलाफ 65 मामले दर्ज हैं जिनमें पश्चिमी यूपी के विभिन्न जिलों में हत्या, हत्या के प्रयास और रंगदारी मांगने समेत अन्य मामले शामिल हैं। दिल्ली में भी उसके खिलाफ मामले दर्ज थे।
(भाषा इनपुट)