लोकमत पार्लियामेंट्री अवार्ड्स-2019 में एक सवाल के जवाब में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल के जरिए बीजेपी जिन्ना को जिंदा कर रही है। इसके साथ ही ओवैसी ने कैब बिल को संविधान विरोधी बता दिया। उन्होंने कहा यह बिल हिंदू व मुसलमानों के बीच एक दिवार खड़ा कर देगा।
उन्होंने कहा कि सरकार ने साजिश के तहत इस कानून को लाया है। एक बार अबुल कलाम अजाद ने कहा था कि हम मुसलमानों का भारत से 1000 साल पहले का रिश्ता है। ऐसे में यदि यह कानून बनता है तो हम मुसलमान कहीं के नहीं रह जाएंगे। उन्होंने बताया कि देश के लोकतंत्र को मजबूत करने में क्षेत्रीय दल अहम योगदान निभाती है।
ओवैसी के मुताबिक, संविधान इस बात की इजाजत देता है कि आप सांसद में अपनी बात रखें, हम वही कर रहे हैं। यदि सरकार नहीं सुनती है तो हम जनता और अदालत के बीच जाएंगे।
मजहब की बुनियाद पर बनाए जा रहे कानून को ओवैसी ने संविधान विरोधी बता दिया। एक सवाल के जवाब में उन्होंने यह भी कहा कि कैब कानून से 5 लाख 80 हजार हिंदू पर कोई केस नहीं चलेगा बल्कि सिर्फ 5 से 6 लाख मुसलमानों पर केस चलेगा। यह किस आधार पर सही है।