झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिले अरविंद केजरीवाल, केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ समर्थन जुटा रहे हैं दिल्ली के मुख्यमंत्री

By एस पी सिन्हा | Published: June 2, 2023 06:47 PM2023-06-02T18:47:42+5:302023-06-02T18:49:15+5:30

केजरीवाल ने कहा कि हमलोग मोदी सरकार की तानाशाही अध्यादेश के खिलाफ हैं। इस अध्‍यादेश के खिलाफ झारखंड के लोगों का दिल्‍ली को समर्थन मिला है। मैं सभी पार्टियों से अनुरोध करता हूं कि जब संसद में ये अध्यादेश आए तब इसका विरोध करें।

Arvind Kejriwal met Jharkhand Chief Minister Hemant Soren for Support against ordinance of Center | झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिले अरविंद केजरीवाल, केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ समर्थन जुटा रहे हैं दिल्ली के मुख्यमंत्री

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिले अरविंद केजरीवाल

Highlights केजरीवाल ने रांची में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कीमुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि केंद्र सरकार का अध्‍यादेश लोकतंत्र व संविधान पर प्रहार हैभगवंत मान ने कहा कि यह लोकतंत्र की हत्‍या को बचाने का प्रयास है

रांची: केंद्र सरकार के द्वारा लाये गए अध्यादेश के खिलाफ समर्थन जुटाने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रांची में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की। इस दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी मौजूद रहे। इस मुलाकात के बाद सभी ने संयुक्त रूप से मीडिया को संबोधित किया। हेमंत सोरेन को अपना भाई बताते हुए केजरीवाल ने कहा कि समय-समय पर इनसे बात होती रहती है। दिल्ली की जनता के समर्थन में इन्होंने अध्यादेश के खिलाफ समर्थन देने की बात कही है और कहा है कि संसद से लेकर सड़क तक इस मामले में वो साथ देने को तैयार है।

केजरीवाल ने कहा कि हमलोग मोदी सरकार की तानाशाही अध्यादेश के खिलाफ हैं। इस अध्‍यादेश के खिलाफ झारखंड के लोगों का दिल्‍ली को समर्थन मिला है। मैं सभी पार्टियों से अनुरोध करता हूं कि जब संसद में ये अध्यादेश आए तब इसका विरोध करें। उन्होंने कहा कि 11 मई को सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली की चुनी हुई सरकार को शक्ति दी और 19 मई रात 10 बजे केंद्र की सरकार ने अध्यादेश लाकर सारी शक्तियां छीन ली। लोकसभा में तो भाजपा के पास बहुमत है, लेकिन राज्यसभा में भाजपा 238 में 93 सीट है। अगर हम सभी विपक्षी दल इकट्ठा हो जाएं तो भाजपा को हराया जा सकता है। ये अध्यादेश जनतंत्र और संविधान के खिलाफ है और ऐसा अध्यादेश किसी भी राज्य में लाया जा सकता है।

झारखंड के मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि केंद्र सरकार का अध्‍यादेश लोकतंत्र व संविधान पर प्रहार है। केंद्र सरकार संघीय ढांचे की बात करती है, लेकिन काम उल्‍टा करती है। केंद्र सरकार की जो सहयोगी सरकार नहीं है, उन सभी की वर्तमान में एक सी स्थिति है। दिल्‍ली में इन दिनों जो कुछ भी हो रहा है, वह वहां की गैर भाजपा शासित सरकार पर नहीं, बल्कि वहां की जनता, देश की जनता पर प्रहार है। उन्‍होंने कहा कि केजरीवाल जी पर जो कुछ भी थोपने का प्रयास हो रहा है, इस पर कानूनी और राजनीतिक दृष्टिकोण से लड़ने की आवश्‍यकता है। मैं चाहता हूं कि केजरीवाल जी अपनी इस मुहिम पर सफल हो।

 वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि यह व्‍यक्तिगत समस्‍या नहीं, बल्कि लोकतंत्र की हत्‍या को बचाने का प्रयास है। अगर अभी नहीं संभले, तो आगे लोकतंत्र की अस्थियां बनेंगी। आए दिन केंद्र सरकार नई-नई चीजें थोपती रहती है। हमें लोकतंत्र को बचाने के लिए आवाज उठानी पड़ेगी। इसमें पूरे देशवासियों को साथ आना पड़ेगा। जगह-जगह लोग इस मुहिम में आगे आ रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार को बहुत अहंकार है, जिसका वक्‍त आने पर कुदरत जवाब देगा।

Web Title: Arvind Kejriwal met Jharkhand Chief Minister Hemant Soren for Support against ordinance of Center

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