महाकाल के सामने रो पड़ीं एवरेस्ट फतह करने वाली अरुणिमा, ये बताई वजह
By रामदीप मिश्रा | Updated: December 26, 2017 15:26 IST2017-12-26T15:20:36+5:302017-12-26T15:26:14+5:30
दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करने वाली पर्वतारोही ने दुख व्यक्त किया है।

arunima sinha
दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह करने वाली पर्वतारोही ने दुख व्यक्त किया है। उन्हें ये दुख एवरेस्ट पर जाने के लिए नहीं हुआ बल्कि उज्जैन के महाकाल मंदिर में दर्शन से रोके जाने और उनकी मजाक उड़ाने पर हुआ है। हम बात कर रहे हैं अरुणिमा सिन्हा की। उन्होंने ट्वीट कर अपना रोष और दुख प्रकट किया है। साथ ही अपने साथ हुए दुर्व्यवहार की भी बात कही है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मुझे आपको ये बताते हुए बहुत दुःख है की मुझे एवरेस्ट जाने में इतना दुःख नहीं हुआ जीतना मुझे महाकाल मंदिर उज्जैन में हुआ वहां मेरी दिव्यंगता का मजाक बना। उन्होंने ये ट्वीट प्रधानमंत्री कार्यालय और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को किया है।
मुझे आपको ये बताते हुए बहुत दुःख है की मुझे Everest जाने में इतना दुःख नहीं हुआ जीतना मुझे महाकाल मंदिर उज्जैन में हुआ वहाँ मेरी दिव्यंगता का मज़ाक़ बना । @PMOIndia@CMMadhyaPradesh
— Arunima Sinha (@sinha_arunima) December 25, 2017
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अरुणिमा ने बताया है कि महाकाल के मंदिर में जाने के लिए ड्रेस कोड के बारे में जानकारी नहीं लिखी हुई है। इसके बावजूद भी उनके साथ ऐसा व्यवहार किया गया। हालां कि इस मामले के सामने आने के तुरंत बाद महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनिस ने जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, इस मामले में प्रशासक अपर कलेक्टर ने भस्मारती के फुटेज को निकलवाया है। इसके बाद फुटेज की जांच की गई।
खबरों के अनुसार, जांच के बाद प्रशासक ने बताया कि अरुणिमा सुबह 4.30 बजे मंदिर पहुंची। इस समय भस्मारती चल रही थी इसलिए उन्हें नंदीहॉल में बैठाया गया। वे फुटेज में दर्शन करते हुए दिखाई दे रही हैं।
उन्होंने बताया कि ऐसी परंपरा है कि भस्मारती के दौरान मंदिर में ड्रेस कोड का पालन किया जता है, जिसमें महिलाओं को साड़ी पहनना जरूरी है। इसलिए उन्हें गर्भगृह में जाने से रोका गया।