अरुणाचल प्रदेश PRC के मुद्दे पर सुलगा, प्रदर्शकारियों ने उप-मुख्यमंत्री का घर फूंका, बुलाई गई सेना
By विनीत कुमार | Published: February 24, 2019 03:05 PM2019-02-24T15:05:13+5:302019-02-24T15:05:13+5:30
स्थिति से निपटने के लिए इटानगर में सेना को बुला लिया गया है जो फ्लैग मार्च कर रही है।
स्थायी निवासी प्रमाण पत्र (पीआरसी) के लिए सरकार द्वारा नियुक्त पैनल की सिफारिशों में बदलाव की मांग पर अरुणाचल प्रदेश में भड़की हिंसा के बीच केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य में लोगों से शांति की अपील की है। यह हिंसा यहां के उन कुछ समुदायों को स्थायी निवासी प्रमाण पत्र देने के प्रस्ताव के बाद शुरू हुई है जो कई दशकों से रह रहे हैं लेकिन यहां के मूल निवासी नहीं है। प्रदर्शन ने शुक्रवार को पुलिस फायरिंग में हुए एक व्यक्ति की मौत के बाद हिंसक रूप ले लिया।
बहरहाल, हिंसा की खबरों के बाद राजनाथ ने अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू से बात की। मुख्यमंत्री ने उन्हें राज्य में व्याप्त स्थिति के बारे में अवगत कराया। गृह मंत्रालय ने ट्वीट किया, 'राजनाथ सिंह ने अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू से फोन पर बात की और राज्य के कुछ हिस्सों में चल रहे विरोध प्रदर्शन और स्थिति पर चर्चा की। गृह मंत्री ने लोगों से शांत रहने और राज्य में शांति बनाये रखने का आग्रह किया है।'
प्रदर्शकारियों ने उपमुख्यमंत्री का घर जलाया
इटानगर में जारी तनाव की स्थित के बीच प्रदर्शनकारियों ने राज्य के उप-मुख्यमंत्री चौना मेन के बंग्ले को आग के हवाले कर दिया है। इसके बाद चौना मेन को रविवार सुबह राज्य की राजधानी इटानगर से बाहर नामसई जिला भेज दिया गया। प्रदर्शनकारियों ने जिला कमिश्नर के घर को भी जला दिया।
#WATCH Permanent residence certificate row: Violence broke out in Itanagar during protests against state’s decision to grant permanent resident certificates to non-#ArunachalPradesh Scheduled Tribes of Namsai & Chanaglang; Deputy CM Chowna Mein's private house also vandalised. pic.twitter.com/FrcmqWbL8c
— ANI (@ANI) February 24, 2019
स्थिति से निपटने के लिए इटानगर में सेना को बुला लिया गया है जो फ्लैग मार्च कर रही है। दरअसल, राज्य सरकार ने घोषणा की थी कि वह नामसाई और चांगलांग जिलों में छह समुदायों को स्थायी निवासी प्रमाण पत्र जारी करने पर विचार कर रही है। इसके बाद अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में लोगों ने विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था।
Permanent residence certificate row: Police station and a fire station in Itanagar vandalized after violence broke out during a strike called by 18 student&civil society orgs. Protesters allege a youth was also killed in police firing. #ArunachalPradeshpic.twitter.com/XSyf282Y3d
— ANI (@ANI) February 24, 2019
राहुल गांधी ने जताया शोक
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत पर शोक व्यक्त किया है और उम्मीद जताई कि राज्य में शांति लौट आएगी। पुलिस की गोलीबारी में उस समय एक व्यक्ति की मौत हो गई जब प्रदर्शनकारियों ने गैर-अरुणाचलियों को स्थायी निवास प्रमाण पत्र (पीआरसी) देने के लिए सरकार द्वारा नियुक्त पैनल की सिफारिशों में बदलाव की मांग करते हुए ईटानगर में सिविल सचिवालय में प्रवेश की कोशिश की।
राहुल ने ट्वीट किया, 'अरुणाचल प्रदेश के ईटानगर में पुलिस की गोलीबारी में एक निर्दोष युवक की मौत के बारे में सुनकर मुझे दुख हुआ, जिसमें कई अन्य घायल भी हुए हैं।'
उन्होंने कहा, 'युवक के परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग शीघ्र स्वस्थ हो जाएं और अरुणाचल में शांति लौट आए।'