अरुणाचल स्थापना दिवस: पेमा खांडू ने युवाओं में उद्यमशीलता पर दिया जोर
By भाषा | Published: February 20, 2021 02:45 PM2021-02-20T14:45:02+5:302021-02-20T14:45:02+5:30
ईटानगर, 20 फरवरी अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने शनिवार को राज्य के 35वें स्थापना दिवस के मौके पर कहा कि राज्य सरकार युवाओं को अंग्रेजों के जमाने की मानसिकता के तहत सरकारी नौकरियों के लिए प्रयास करने के बजाय उद्यमी बनने के लिए प्रोत्साहित करने का काम कर रही है।
ईटानगर में इंदिरा गांधी पार्क में एक सभा को संबोधित करते हुए खांडू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मर्निभर भारत', 'वोकल फॉर लोकल' और 'मेक इन इंडिया' के मंत्र पूरी तरह से युवाओं के कौशल विकास पर निर्भर हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने तीनों निर्देशों को ध्यान में रखते हुए युवाओं के कौशल को विकसित करने के लिए विभिन्न योजनाओं और नीतियों को अपनाया है ताकि राज्य आत्मनिर्भर हो सके।
खांडू ने कहा, ‘‘सरकार ने विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रमों पर जोर दिया है, ताकि युवाओं को अंग्रेजों के जमाने की मानसिकता के तहत सरकारी नौकरी के पीछे भागने के बजाय उद्यमिशीलता कार्यक्रमों में उतरने के लिए सक्षम बनाया जा सके।’’
खांडू ने कहा कि केंद्र में भाजपा की अगुवाई वाली राजग सरकार के सत्ता में आने के बाद पिछले छह साल में राज्य में विकास की गति देखी गई है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अरुणाचल प्रदेश के साथ-साथ पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता दी, जो पहले उपेक्षित था।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘राज्य में विभिन्न केंद्रीय योजनाएं चल रही हैं, विशेष रूप से महत्वाकांक्षी ट्रांस अरुणाचल हाईवे (टीएएच), रेलवे और हवाई संपर्क, जिसमें होलोन्गी में बहुप्रतीक्षित ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा शामिल है, जिसे सरकार ने अगले साल अगस्त तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है।’’
खांडू ने कहा कि केंद्र ने राज्य के 4,600 गांवों को 4जी सेवा से जोड़ने के लिए एक परियोजना को मंजूरी दी है। उन्होंने कहा, ‘‘शेष गांवों के लिए, राज्य सरकार जल्द ही केंद्र को एक ज्ञापन सौंपेगी।’’
राज्य में जलविद्युत की अपार क्षमता का उल्लेख करते हुए खांडू ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में इस क्षेत्र में प्रगति काफी महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम कामेंग जिले में 600 मेगावॉट की कामेंग जलविद्युत परियोजना पूरी हो गई है और प्रधानमंत्री द्वारा जल्द ही इसका उद्घाटन करेंगे।’’
उन्होंने कहा कि पिछले एक साल में कोविड-19 महामारी के कारण राज्य में विकास की गति धीमी हो गई।
महामारी से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों और अन्य हितधारकों को प्रोत्साहित करते हुए खांडू ने कहा कि टीम प्रयासों के कारण राज्य में देश में सबसे अधिक ठीक होने की दर और सबसे कम मृत्यु दर रही।
उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में 3,000 से अधिक स्कूल हैं, लेकिन शिक्षा की गुणवत्ता बहुत खराब है।’’
उन्होंने कहा कि सरकार ने स्कूल की पाठ्यपुस्तकों में राज्य के इतिहास, संस्कृति और परंपराओं को शामिल करने का फैसला किया है।
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