अरुण जेटली करिश्माई व्यक्तित्व के नेता थे। तमाम ऐतिहासिक फैसलों के बीच उनका नाम कई विवादों से भी जुड़ा। डीडीसीए से लेकर विकीलीक्स जैसे विवादों में उनका नाम सामने आया। लेकिन सभी विवादों का उन्होंने सामना किया। मुश्किल वक्त में भी जेटली के समर्थन में कई अपने-पराए नेता रहे। जेटली सभी से सामंजस्य बनाकर रखते थे। अपनी पार्टी के दो गुटों में भी वो पुल की तरह काम करते थे।
अरुण जेटली का दिल्ली स्थित AIIMS अस्पताल में शनिवार को दोपहर 12 बजकर 7 मिनट पर निधन हो गया। वरिष्ठ बीजेपी नेता लम्बे समय से गम्भीर रूप से बीमार थे और उन्हें नौ अगस्त से ECMO और IABP सपोर्ट पर रखा गया था। उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है।
आइए, नजर डालते हैं उनकी जिंदगी से जुड़े बड़े विवादों पर...
डीडीसीए विवाद
अरुण जेटली 1999 से 2012 तक डीडीसीए के अध्यक्ष थे। डीडीसीए के कई सदस्यों (बिशन सिंह बेदी और कीर्ति आजाद) ने ये आरोप लगाए थे कि एसोसिएशन के संचालन में कई तरह की अनियमितताएं हुई हैं। 28 सितंबर 2012 को एसएफआईओ ने एसी बख्शी की शिकायत के आधार पर जांच शुरू की और पाया कि 2006 से 2012 के बीच डीडीसीए में कथित अनियमितताओं के 23 उदाहरण मिले। इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने इस मुद्दे को जमकर उठाया। अरुण जेटली ने सभी आरोपों से साफ तौर पर इनकार किया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने भी केजरीवाल को बिना सबूत आरोप ना लगाने की सलाह दी।
माल्या के बयान से विवाद
शराब कारोबारी विजय माल्या ने अपने एक बयान में कहा था कि देश से भागने से पहले वो जेटली से मिला था। उसने कहा था कि वो पैसे देने के लिए तैयार था। कांग्रेस ने जेटली पर मिलीभगत का आरोप लगाया। हालांकि, जेटली ने इन आरोपों का खंडन किया था।
'छोटी सी घटना' विवाद
साल 2016 में जेटली उस वक्त विवादों में घिर गए थे, जब उन्होंने बलात्कार की एक घटना को "छोटी सी घटना" कह दिया था। बाद में उन्होंने अपने बयान के लिए माफी भी मांगी थी।
सीबीआई को चेतावनी
जेटली साल 2012 में सीबीआई को चेतावनी देकर विवादों में घिर गए थे। जेटली ने कहा था कि गुजरात के राजनेताओं और शीर्ष पुलिसकर्मियों के खिलाफ “साजिश” में शामिल लोगों को भविष्य में जवाब देना होगा।
विकिलीक्स विवाद
विकिलीक्स विवाद में भी जेटली का नाम आया था। उसमें एक बयान के आधार पर कहा गया था कि जेटली ने भाजपा के हिंदुत्व को अवसरवाद करार दिया है। इसके बाद पक्ष-विपक्ष के कई लोगों ने उनको कटघरे में खड़ा कर दिया। हालांकि, इसके बावजूद जेटली बचने में कामयाब रहे। भाजपा ने कहा कि जेटली के नाम से जारी यह बयान मनगढ़ंत है।