अनुच्छेद 370: हनुमान बेनीवाल ने कहा- कश्मीर की वजह से हिन्दुस्तान 60 साल से था बीमार, जिसका इलाज मोदी जी लेकर आए
By रामदीप मिश्रा | Published: August 6, 2019 05:26 PM2019-08-06T17:26:50+5:302019-08-06T17:36:06+5:30
Article 370: हनुमान बेनीवाल ने कहा है कि साठ साल से कश्मीर की वजह से हिन्दुस्तान बीमार पड़ा हुआ था, जिसका इलाज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी लेकर आए हैं।
जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक 2019 राज्य सभा में पास होने के बाद मंगलवार (06 अगस्त) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में पेश किया। विधेयक पर सुबह से बहस जारी है। इस दौरान एनडीए के सहयोगी सांसद हनुमान बेनीवाल ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है और कहा है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 70 सालों की गंदगी साफ कर रहे हैं।
हनुमान बेनीवाल ने कहा है कि साठ साल से कश्मीर की वजह से हिन्दुस्तान बीमार पड़ा हुआ था, जिसका इलाज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी लेकर आए हैं। साथ ही साथ कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार जो आतंकवाद और माओवाद लेकर आई थी वो इस सरकार ने आज खत्म कर दिया। इनका (कांग्रेस) का मुंह बंद कर दिया गया।
उन्होंने अनुच्छेद 370 को हटाए जाने को लेकर कहा कि आज हिन्दुस्तान को दूसरी आजादी मिली। कांग्रेस ने जो 70 साल से गंदगी फैलाई थी वो अब देश की नरेंद्र मोदी सरकार साफ कर रही है।
सांसद हनुमान बेनीवाल ने अनुच्छेद 370 पर बहस के बाद अपने फेसबुक पेज पर लिखा 'लोकसभा में आज जम्मू कश्मीर पुनर्गठन विधेयक 2019 की चर्चा में भाग लिया, मुझे गर्व है कि मैं उस पल का साक्षी बन रहा हूँ जिसका इंतजार वर्षों से देश की जनता कर रही है, पूरे देश की जनता की तरफ से धारा 370 और 35ए हटाने के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री जी और गृह मंत्री जी का धन्यवाद! जो भूल नेहरू जी ने की और उसका परिणाम यह रहा कि देश ने, कश्मीर ने आंतक का दंश झेला, उस भूल को अब मोदी जी ने सुधारा!'
इससे पहले शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने लोकसभा में कहा कि सिख भारत की आबादी के 1.5 फीसद हैं, लेकिन कुर्बानियां हमने 99 फीसद दी हैं। पाकिस्तान और भारत के साथ एक सिख राष्ट्र बनाए जाने की बात चली थी, लेकिन हमारे सिख नेताओं ने भारत का हिस्सा बनना चाहा।
इसके अलावा अपना दल की सांसद अनुप्रिया पटेल ने कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है, इसके बावजूद कश्मीर की अवाम भारत से अभी तक पूरी तरह से जुड़ नहीं पाई है इसका सबसे बड़ा कारण अनुच्छेद 370 है।
लद्दाख से भारतीय जनता पार्टी के सांसद जमयांग सेरिंग ने पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर निशाना साधते हुए लोकसभा में कहा कि जम्मू-कश्मीर से 370 को हटाने से हमने क्या खोया है? सिर्फ दो परिवार राजी-रोटी खोएंगे और कश्मीर का भविष्य उज्ज्वल होने वाला है। उन्होंने आगे कहा कि यूपीए सरकार ने 2011 में कश्मीर को एक केंद्रीय विश्वविद्यालय दिया, जम्मू ने लड़ाई लड़कर केंद्रीय विश्वविद्यालय लिया। उस समय मैं एक छात्र संघ का नेता था। हमने लद्दाख में एक केंद्रीय विश्वविद्यालय की मांग की, लेकिन हमें नहीं दिया गया। पीएम मोदी जी ने हाल ही में हमें एक विश्वविद्यालय दिया है, 'मोदी है तो मुमकिन है'।
जानिए क्या है आर्टिकल 370?
आर्टिकल 370 के प्रावधान के तहत जम्मू कश्मीर को विशेषाधिकार दिए जाते हैं। इसके अनुसार भारतीय संसद द्वारा पारित कोई भी प्रस्ताव, नियम या नीति में बदलाव जम्मू कश्मीर पर लागू नहीं होता। जम्मू कश्मीर राज्य का अपना संविधान और झंडा है। देश में घोषित आपातकाल या आर्थिक आपातकाल कश्मीर में लागू नहीं होता। भारत की संसद जम्मू कश्मीर की विधानसभा भंग नहीं कर सकती। अनुसूचित जाति और अनिसूचित जनजाति सम्बंधी नियम जम्मू कश्मीर में लागू नहीं होते।