बाराबंकी जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने अपने अधिकारक्षेत्र में आने वाले सरकारी स्कूलों के लगभग 7,500 शिक्षकों को आदेश दिया है कि वे हर रोज समय पर विद्यालय पहुंचें और अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए विभाग को कक्षा से अपनी सेल्फी भेजें।
आदेश में अध्यापकों से सख्त लहजे में कहा गया है कि कक्षा से सेल्फी न भेजने वालों का संबंधित दिन का वेतन काटा जाएगा। उल्लेखनीय है कि समय पर स्कूल न पहुंचने पर पिछले दिनों में करीब 700 शिक्षकों का वेतन कट चुका है। नयी व्यवस्था को ‘सेल्फी अटेंडेंस मीटर’ नाम दिया गया है।
इसके जरिए स्कूल पहुंचते ही अध्यापकों को एक सेल्फी क्लिक कर बेसिक शिक्षा अधिकारी के वेबपेज पर पोस्ट करनी होती है। इससे उनकी उपस्थिति दर्ज हो जाती है। सेल्फी अपलोड करने की समयसीमा सुबह आठ बजे की है। हालांकि कुछ शिक्षकों ने इस आदेश पर अपना तर्क रखा है।
उनका कहना है कि अधिकारी स्कूलों में इंटरनेट की धीमी गति और नेटवर्क संबंधी समस्या को नहीं समझते हैं। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी वी पी सिंह ने कहा कि सेल्फी प्राप्त करने और प्रमाणन की पूरी प्रक्रिया ‘ऑटोमेटेड सिस्टम’ में है।
उन्होंने कहा, ‘‘अध्यापकों से कहा गया है कि अगर वे आठ बजे तक अपनी सेल्फी पोस्ट नहीं करते हैं तो उनका पूरे दिन का वेतन कटेगा। गर्मी की छुट्टियों के बाद स्कूलों के दोबारा खुलने पर नयी प्रणाली लागू होने के बाद से अब तक 700 शिक्षकों का वेतन कट चुका है।
शिक्षा अधिकारियों के सामने ऐसे कई मामले आए जब शिक्षक कक्षा से गायब रहते थे और वेतन कटने से बचने के लिए अपनी जगह किसी अन्य व्यक्ति को छात्रों को पढ़ाने के लिए भेज देते थे।