भरुच/खंडवा/बेंगलुरु, 11 दिसंबर हेलीकॉप्टर दुर्घटना में जनरल बिपिन रावत उनकी पत्नी व सशस्त्र बलों के 11 अन्य कर्मियों की मौत पर जहां देश शोक मना रहा है, वहीं दूसरी ओर उनके बारे में अपमानजनक टिप्पणियों के चलते गुजरात और मध्य प्रदेश में गिरफ्तारियां हुई जबकि केरल में एक फिल्म निर्माता ने कहा कि वह इस त्रासदी पर खुशी मनाने वाले लोगों के एक वर्ग के विरोध में इस्लाम छोड़ रहे हैं।
कर्नाटक में गृह मंत्री ए. ज्ञानेंद्र ने शनिवार को पुलिस महानिदेशक प्रवीण सूद को उन लोगों की पहचान करने और दंडित करने का निर्देश दिया, जिन्होंने सोशल मीडिया पर प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट कीं। जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य का आठ दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर के निकट हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो गया।
गुजरात के भरुच जिले में फिरोज दीवान को फेसबुक पोस्ट पर टिप्पणी में जनरल रावत के बारे में कथित रूप से अपमानजक शब्दों का इस्तेमाल करने के लिए शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। फेसबुक पर यह पोस्ट एक अन्य उपयोगकर्ता ने जनरल रावत को श्रद्धांजलि देते हुए की थी।
दीवान पर भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत ‘‘लोगों तथा सशस्त्र बलों की भावनाओं को आहत करने’’ के लिए मामला दर्ज किया गया।
वहीं, मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट करने के लिए शनिवार को दुर्गेश वास्केले को गिरफ्तार किया गया।
पंधाना थाना प्रभारी आरएस मालवीय ने कहा कि शिकायतकर्ता ने अपने आरोप के समर्थन में एक वीडियो सीडी पेश की जिसके बाद आरोपी दुर्गेश वास्कले को भारतीय दंड संहिता (भादंसं) की संबंधित धाराओं में गिरफ्तार किया गया।
प्राथमिकी में कहा गया कि वास्केल ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘‘आपने हमारे 14 लोगों को मार डाला, बदले में प्रकृति ने आपके 13 सैनिकों को समाप्त कर दिया।” पोस्ट में वास्केल का इशारा नगालैंड में सुरक्षा बलों की गोलीबारी में 14 असैन्य नागरिकों की मौत की तरफ था।
इससे पहले, पंधाना के भाजपा विधायक राम डांगोरे ने भी एक पत्र लिखकर सोशल मीडिया पर टिप्पणी के लिए वास्कले पर कार्रवाई की मांग की थी। वास्कले जय आदिवासी युवा शक्ति (जेएवाईएस) संगठन से संबंधित है।
मलयालम फिल्म निर्देशक और संघ परिवार के समर्थक अली अकबर ने घोषणा की है कि वह और उनकी पत्नी हेलीकॉप्टर दुर्घटना में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत तथा उनकी पत्नी की दुखद मौत पर कथित रूप से खुशी मनाने वाले सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं के एक वर्ग के विरोध में इस्लाम छोड़ रहे हैं।
उन्होंने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में यह घोषणा की। फिल्म निर्माता ने वीडियो में कहा, ''मैं आज से मुसलमान नहीं हूं। मैं एक भारतीय हूं।'' उन्होंने जनरल रावत की मौत से संबंधित खबरों के नीचे खुशी वाली इमोजी डालने वालों की आलोचना की और कहा कि वह ''राष्ट्र-विरोधियों'' के साथ खड़े नहीं हो सकते।
कर्नाटक में ज्ञानेंद्र के कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि मंत्री ने राज्य के पुलिस महानिदेशक को निर्देश दिया कि जनरल रावत के आकस्मिक निधन पर जश्न मनाने वाले लोगों को पहचानने और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने में कोई देरी नहीं होना चाहिये।
मंत्री ने सूद से कहा, ''उन अपराधियों के घरों का पता लगाएं, जिन्होंने भारत के गौरवशाली पुत्र की मृत्यु का जश्न मनाते हुए सोशल मीडिया पर इस तरह की टिप्पणी पोस्ट की हैं। क्योंकि वे राष्ट्र विरोधी हैं, इसलिये उन्हें उनकी विकृत मानसिकता के अनुसार दंड दिया जाए।
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