पुलवामा आतंकी हमला और पुलवामा मुठभेड़ पर सेना के जीओसी चिनार कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने कहा, "जैश-ए-मोहम्मद के कश्मीर में मौजूद नेतृत्व को खत्म कर दिया गया है। जैश ए-मोहम्मद पाकिस्तानी आर्मी का ही बच्चा है।" उन्होंने कहा, जैश-ए-मोहम्मद को आईएसआई (ISI) कंट्रोल कर रही है। सेना ने साफ कर दिया है कि कश्मीर में जो भी बंदूक के साथ दिखेगा वो मारा जाएगा।आतंकी वारदातों में शामिल रहनेवालों के लिए कोई रहमदिली नहीं दिखाई जाएगी।
पुलवामा हमले के बाद पहली बार भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने साझा प्रेसवार्ता की। इस प्रेसवार्ता को सेना के जीओसी चिनार कॉर्प्स कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन, सीआरपीएफ के आईजीपी जुल्फिकार और कश्मीर के आईजीपी एसपी पाणि लीड कर रहे थे। पुलवामा में 18 फरवरी को मुठभेड़ में शहीद जवानों में मेजर डीएस डॉन्डियाल, हेड कॉन्स्टेबल सेवराम, सिपाही अजय कुमार, सिपाही हरि सिंह और गुलजार अहमद थे। 14 फरवरी को हुए पुलवामा आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है।
इस प्रेसवार्ता की अहम बातें...
- लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लन ने बताया कि हमले में पाकिस्तान आर्मी और ISI ने पुलवामा हमले में मदद की है। हम ये बताना चाहते हैं कि पुलवामा आतंकी हमले में मारे गए सारे शहीदों का हमने 100 घंटे के भीतर बदला लिया है। 100 घंटे से भी कम में हमने कश्मीर से जैश का सफाया कर दिया है।
- केजेएस ढिल्लन ने पुलवामा में शहीद हुए जवानों के परिवार से कहा, परिवार वाले खुद को बिल्कुल अकेला ना समझें। आपके लिए हर वक्त में हम आपके साथ खड़े हैं।
- जनरल केजेएस ढिल्लन ने कश्मीर के हर माता-पिता से अपील है कि उनके जितने भी बेटे जो आतंकवादी हैं या ऐसे किसी चीजों से जुड़े हैं, वह जल्द से जल्द सरेंडर करे, वर्ना जो भी किसी बंदूक के साथ देखा जाएगा या तो उसे जान से मार दिया जाएगा या फिर निलंबित किया जाएगा। जो भी बंदूक के साथ दिखेगा वो मारा जाएगा।
-प्रेस वार्ता में इस बात का भरोसा दिलाया गया है कि सरेंडर करनेवालों के लिए कई तरह के अच्छे कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं, लेकिन आतंकी वारदातों में शामिल रहनेवालों के लिए कोई रहमदिली नहीं दिखाई जाएगी। उनके लिए अच्छा होगा कि वो आत्म समर्पण कर दें।
-केजेएस ढिल्लन ने कश्मीर के जनता से यह भी अपील की है कि मुठभेड़ के घटना स्थल से दूर रहें क्योंकि हम नहीं चाहते कि स्थानीय निवासी इसके शिकार हो जाएं। पुलवामा में सीआरपीएफ पर जो ये आत्मघाती हमला हुआ है...इससे पहले ऐसा विनाशकारी हमला नहीं हुआ था।
-केजेएस ढिल्लन ने कहा, कामरान एक पाकिस्तानी है और जैश-मोहम्मद का कमांडर है। इसने ही पुलवामा हमले को अंजाम दिया था। इससे ज्यादा हम इस सर्च ऑपरेशन के बारे में नहीं बता सकते हैं। इस हमले की घटना से संबंधित जैसे-जैसे जानकारी सामने आएगी हम सूचना देते रहेंगे।
-केजेएस ढिल्लन ने बताया, 'मुठभेड़ में जैश के तीन कमांडर ढेर हुए हैं। इस हमले में और कौन शामिल थे और क्या प्लान थे, यह हम सुरक्षा के मद्देनजर बता नहीं कर सकते हैं'
-केजेएस ढिल्लन ने कहा, 'सोमवार के सर्च ऑपरेशन में फ्रंट पर लीड करनेवाले हमारे जवान छुट्टी पर थे, लेकिन वह देशसेवा के लिए ड्यूटी पर आए थे। मैं स्थानीय नागरिकों से अपील करता हूं कि वह ऑपरेशन के दौरान हमारा सहयोग करें।'
-केएस ढिल्लन ने पुलवामा आतंकवादी हमले के बारे में कहा, "हमारे पास हमले में जो हथियार और बम इस्तेमाल किए गए हैं, उसके सबूत हैं। लेकिन जांच चलने तक सारी बातों का खुलासा नहीं किया जा सकता है।
14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले में 40 जवान हुए थे शहीद
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में अब तक 40 जवानों शहीद हुए हैं। जिनमें से 38 जवानों को श्रद्धांजलि दी गई है और 42 जवानों के नाम सामने आए हैं। इस आतंकवादी हमले में 40 से ज्यादा जवान घायल हुए हुए हैं। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार सीआरपीएफ की बसों पर आतंकवादियों ने निशाना बनाया और उन्हें आईईडी से उड़ा दिया। ऐसा माना जाता है कि इस पूरे हमले की योजना एक पाकिस्तानी नागरिक कामरान ने बनायी थी जो जैश ए मोहम्मद का सदस्य है । कामरान, दक्षिण कश्मीर के पुलवामा, अवंतीपुरा तथा त्राल इलाके में सक्रिय है।
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