सेना का दावाः कश्मीर में जाकिर मूसा के गिरोह 'गजवात उल हिंद' का समूल नाश, जानें इसकी पूरी कहानी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 23, 2019 12:48 PM2019-10-23T12:48:43+5:302019-10-23T12:48:43+5:30
जाकिर मूसा अंसार गजवात उल हिंद आतंकी संगठन का मुखिया था, जिसकी मौत के बाद अब्दुल हमीद ललहारी ने कमान संभाल ली थी। यह दल अपने आपको अल-कायदा का कश्मीर का गुट बताता था।
कश्मीर में सेना ने दावा किया है कि उसने अल-कायदा के कश्मीर चैप्टर का खात्मा कर दिया है। इससे पहले आईएसआईएस के आतंकियों का पूरी तरह से खात्मा करने का दावा फुस्स हो चुका है। सेना कहती है कि उसने अल-कायदा के रास्ते पर चलने वाले दुर्दांत आतंकी जाकिर मूसा के गिरोह का समूल खात्मा कर दिया गया है।
सुरक्षाबलों ने कल रात को जाकिर मूसा गिरोह के अंतिम सरगना अब्दुल हमीद ललहारी को मार गिराया था। उसके साथ दो अन्य आतंकी भी मारे गए हैं जिनकी पहचान नावीद टाक और जुनैद भट के तौर पर हुई है। जानकारी के लिए जाकिर मूसा अंसार गजवात उल हिंद आतंकी संगठन का मुखिया था, जिसकी मौत के बाद अब्दुल हमीद ललहारी ने कमान संभाल ली थी। यह दल अपने आपको अल-कायदा का कश्मीर का गुट बताता था।
इन सफलताओं के बारे में सेना तथा राज्य के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने बताया कि तीनों आतंकी अवंतीपोरा के रहने वाले हैं। आतंकी जम्मू कश्मीर में शांतिपूर्ण हालात को देखकर बौखलाए हुए हैं। वे लोगों को कारोबार करने से रोकने के लिए उनकी हत्या कर रहे हैं। सुरक्षाबलों ने मुठभेड़स्थल से भारी मात्रा में हथियार और गोलाबारूद बरामद किया है। ये आतंकी दक्षिण कश्मीर में ग्रामीणों और पंच-सरपंचों को डरा-धमका रहे थे। राज्य पुलिस के विशेष अभियान दल के जवानों ने सेना और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर आतंकियों के खिलाफ आप्रेशन को अंजाम दिया।
डीजीपी दिलबाग सिंह ने बताया कि मारे गए आतंकियों ने त्राल के ऊपरी क्षेत्र, पुलवामा और शोपियां में गुज्जर समुदाय के लोगों को अगवा करके उनकी हत्या की थी। यही नहीं आतंकी हमीद ललिहारी ने अंसार गजवात उल हिंद की कमान संभालने के बाद घाटी से कई युवाओं को भटकाकर आतंकी बनाने का काम किया।
जानकारी के मुताबिक, पुलिस को मंगलवार दोपहर को सूचना मिली थी कि जैश के तीन आतंकी त्राल के राजपोरा में काजीनाग आए हैं। इसके बाद दोपहर तीन बजे आतंकियों के खिलाफ अभियान शुरू किया गया। सुरक्षाबलों ने आतंकियों के ठिकाने की घेराबंदी की। जवान तलाशी लेते हुए आगे बढ़ ही रहे थे कि एक मकान में छिपे आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी और भागने की कोशिशें की। इसके बाद जवानों ने जवाबी कार्रवाई की। उक्त तीनों आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया।