सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत कहा-जम्मू-कश्मीर में शांति-आवाम को कोई तकलीफ नहीं
By एस पी सिन्हा | Published: September 25, 2019 08:09 PM2019-09-25T20:09:38+5:302019-09-25T20:09:38+5:30
जनरल रावत ने कहा कि वहां के लोगों की काफी हद तक परेशानी दूर हो रही है. लोग दिनचर्या के काम-काज व व्यवसाय के लिए अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं. हर काम सामान्य तरीके से हो रहा है. अब घाटी में कर्फ्यू जैसे हालात नहीं हैं. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में जनजीवन प्रभावित नहीं हुआ है.
झारखंड के रामगढ़ में स्थित पंजाब रेजिमेंट के 29वें और 30वें बटालियन को प्रेसिडेंट्स कलर से सम्मानित करने के बाद थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने आज कहा कि लोग कश्मीर घाटी में स्वतंत्र रूप से घूम रहे हैं और जो लोग दावा कर रहे हैं कि वहां बंद हैं, उनका अस्तित्व आतंकवाद पर निर्भर है. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद शांति व्यवस्था बहाल हो रही है. आम-आवाम को किसी तरह की तकलीफ न हो इसके लिए लगातार सेना लगी हुई है.
जनरल रावत ने कहा कि वहां के लोगों की काफी हद तक परेशानी दूर हो रही है. लोग दिनचर्या के काम-काज व व्यवसाय के लिए अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं. हर काम सामान्य तरीके से हो रहा है. अब घाटी में कर्फ्यू जैसे हालात नहीं हैं. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में जनजीवन प्रभावित नहीं हुआ है. लोग अपने आवश्यक काम कर रहे हैं, स्पष्ट संकेत हैं कि काम नहीं रुका है और लोग स्वतंत्र रूप से घूम रहे हैं. जिन लोगों को लगता है कि जीवन प्रभावित हुआ है, उनका अस्तित्व आतंकवाद पर निर्भर है. रावत ने कहा कि ईंट भट्ठे सामान्य रूप से चल रहे हैं, ट्रकों में बालू ढोए जा रहे हैं और दुकानें खुली हैं जिससे प्रतीत होता है कि घाटी में जनजीवन सामान्य है. सेना प्रमुख ने इस सवाल का जवाब नहीं दिया कि क्या नियंत्रण रेखा के पास तनाव है. उन्होंने कहा कि मंगलवार को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में भूकंप आने के कारण लोगों को समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं. रावत ने आज इन दावों को खारिज किया कि जम्मू-कश्मीर में शिकंजा कसना जारी है और कहा कि आतंकवादियों ने इस तरह की छवि पेश की है ताकि बाहरी दुनिया के समक्ष 'कड़े कदमों' की गलत तस्वीर पेश की जा सके.
सेना प्रमुख रामगढ़ छावनी स्थित सैनिक प्रशिक्षण केंद्र पंजाब रेजिमेंटल सेंटर में मीडिया से मुखातिब हो रहे थे. सेना प्रमुख ने भव्य सैन्य समारोह के बीच सेंटर के किलाहरी ड्रील मैदान में पंजाब रेजिमेंट की दो युवा बटालियन 29 पंजाब व 30 पंजाब को निशान प्रदान (कलर्स प्रजेंटेशन) किया. इस दौरान सेना प्रमुख ने कहा कि इंडियन आर्मी हर तरह से आधुनिक हो रही है. उन्होंने कहा कि सैन्य प्रशिक्षण की गुणवक्ता को विकसित किया जा रहा है, यानी फौज की आधुनिकीकरण पर विशेष जोर दिया जा रहा है. आधुनिक हथियार मंगाई जा रही है. हमारी सेना हर क्षेत्र में मजबूत है. वहीं, निशान प्रदान समारोह को संबोधित करते हुए कहा पंजाब रेजिमेंट भारतीय सेना की सबसे पुरानी एवं देश की सबसे बड़ी इंफैंट्री रजिमेंट है. पंजाब रेजिमेंट के पास आजादी के पूर्व एवं बाद में युद्ध के क्षेत्र में बहादुरी के बहुत से रिकॉर्ड कायम किए हैं. सेना प्रमुख ने 29 पंजाब व 30 पंजाब बटालियन की प्रस्तुत परेड की सराहना करते हुए कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि दोनों युवा प्लाटून अपनी जिम्मेवारी को निभाते हुए हर चुनौतियों पर खरा उतरेगी.
सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत आज सुबह ठीक 9 बजे सैनिक छावनी स्थित पंजाब रेजिमेंटल सेंटर स्थित किला हरि ड्रील स्क्वायर पहुंचे. उन्होंने सेंटर कमांडेंट ब्रिगेडियर नरेंद्र चराग की अगुवाई में आयोजित कलर प्रेजेंटेशन परेड का खुले जीप से निरीक्षण किया, और परेड की सलामी ली. झमाझम बारिश के बीच सेना प्रमुख विपिन रावत ने सैन्य परंपरा के साथ रेजिमेंट के नए निशान का विधिवत आदान-प्रदान किया. सेना प्रमुख जनरल रावत दो दिनों तक पंजाब रेजिमेंटल सेंटर में रहेंगे. इस दौरान वे कई सैन्य कार्यक्रम में भाग लेंगे. जनरल रावत ने आज रामगढ में पंजाब रेजिमेंटल सेंटर के दो यूनिटों को नया झंडा सौंपा. दो दिनों के झारखंड दौरे पर वे सैनिक प्रशिक्षण केंद्र पंजाब रेजिमेंटल सेंटर में आयोजित कई सैन्य कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं.