30 अप्रैल: हिटलर ने आज के दिन कर ली थी आत्महत्या, एक बंकर में खुद को मारी गोली, पढ़ें आज का इतिहास
By भाषा | Published: April 30, 2020 07:49 AM2020-04-30T07:49:05+5:302020-04-30T07:49:05+5:30
30 अप्रैल का इतिहास: आज का दिन इतिहास में कई अहम घटनाओं का गवाह रहा है। एक ओर जहां 1945 में जर्मन तानाशाह हिटलर और उसकी पत्नी इवा ब्राउन ने आत्महत्या की। वहीं, इससे सालों पहले 1030 में आज के दिन ही महमूद गजनवी का निधन हुआ था।
इतिहास में 30 अप्रैल की तारीख दुनिया के नक्शे पर जर्मन नेता अडोल्फ हिटलर की मौत के दिन के तौर पर दर्ज है। दुनिया से यहूदियों का नामो निशान मिटा देने का ख्वाब देखने वाले जर्मन तानाशाह हिटलर ने 30 अप्रैल 1945 को सोवियत सेनाओं से घिरने के बाद बर्लिन में जमीन से 50 फुट नीचे एक बंकर में खुद को गोली मारकर अपनी पत्नी इवा ब्राउन के साथ आत्महत्या कर ली थी। देश दुनिया के इतिहास में 30 अप्रैल की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा इस प्रकार है :-
1030: भारत में कई मंदिरों को लूटने वाले महमूद गजनवी का निधन।
1598: अमेरिका में पहली बार थियेटर का आयोजन।
1789: जॉर्ज वॉशिंगटन सर्वसम्मति से अमेरिका के पहले राष्ट्रपति चुने गए।
1870: भारतीय सिनेमा के पितामह धुंदीराज फाल्के उर्फ दादा साहब फाल्के का जन्म।
1896 : आनंदमयी मां का जन्म।
1908 : खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी ने मुजफ्फरपुर में किंग्सफोर्ड के मजिस्ट्रेट की हत्या करने के लिए बम फेंका, लेकिन दो बेगुनाह बम की चपेट में आकर मारे गए।
1936 : महात्मा गांधी ने अपना आवास बदलकर वर्धा में सेवाग्राम आश्रम किया।
1945 : जर्मन तानाशाह हिटलर एवं उसकी पत्नी इवा ब्राउन ने आत्महत्या की।
1973 : अमेरिका के राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने देश के राष्ट्रपति के नाते वॉटरगेट काँड की ज़िम्मेदारी ली हालांकि उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वह निजी तौर पर इसके लिए जिम्मेदार नहीं हैं।
1975 : वियतनाम युद्ध का अंत हुआ। तीन दिन के सत्तारूढ़ राष्ट्रपति दुओंग वैन मिन्ह ने अपनी सेनाओं से समर्पण करने और उत्तरी वियतनामियों से हमले रोकने को कहा।
1991: बांग्लादेश में भीषण चक्रवात में सवा लाख से अधिक लोगों की मौत और 90 लाख लोग बेघर ।
1991: अंडमान द्वीप समूह के एक निर्जन द्वीप पर एक सुप्त पड़े ज्वालामुखी में विस्फोट। शताब्दी में पहली बार ऐसा हुआ।
1993 : जर्मनी के हैम्बर्ग शहर में एक मैच के दौरान उस समय की दुनिया की नंबर एक टेनिस खिलाड़ी मोनिका सेलेज़ को छुरा मारकर घायल कर दिया गया।