नई दिल्ली: केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली पुलिस पहलवानों की मांगों की निष्पक्ष जांच कर रही है और उनसे जांच पूरी करने की अनुमति देने का अनुरोध किया। एएनआई के अनुसार, ठाकुर ने कहा कि एक कमेटी बनाने की मांग थी और वो बन गई, दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली और सुप्रीम कोर्ट ने फैसला भी दे दिया। दिल्ली पुलिस निष्पक्ष जांच कर रही है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारतीय कुश्ती महासंघ के स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव को ध्यान में रखा गया है और भारतीय ओलंपिक संघ इस दिशा में काम कर रहा है। ठाकुर ने कहा, "उन्होंने एक कमेटी बनाने की मांग की जिसका गठन हो चुका है।" भारतीय कुश्ती महासंघ प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह पर दो प्राथमिकी में एक महिला की लज्जा भंग करने, पीछा करने और पॉक्सो अधिनियम की धारा 10 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सात महिला पहलवानों और एक नाबालिग लड़की द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए जाने के बाद भाजपा सांसद ने अपने खिलाफ लगे आरोपों से इनकार किया है। बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट सहित कई पहलवानों ने जंतर-मंतर पर धरना दे रखा है। वह बृजभूषण पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं जिनके खिलाफ उन्होंने महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।
उनकी मांग है कि आरोपों की जांच करने वाले केंद्र द्वारा नियुक्त पैनल के निष्कर्षों को सार्वजनिक किया जाए। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने एएनआई से कहा, "मैं खिलाड़ियों से अनुरोध करता हूं कि उनकी मांगों को पूरा किया जा रहा है और वे जांच पूरी होने दें।"
तीन महीने पहले सिंह के खिलाफ विरोध का नेतृत्व करने के लिए पहलवान आगे आए, जिसके बाद केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्रालय ने डब्ल्यूएफआई, बृजभूषण शरण सिंह और कुछ कोचों के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए एक निगरानी समिति के गठन की घोषणा की।
विरोध करने वाले पहलवानों ने स्पष्ट कर दिया है कि वे तब तक नहीं हटेंगे जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता और सिंह को डब्ल्यूएफआई प्रमुख के पद से हटाकर सलाखों के पीछे नहीं डाल दिया जाता।