एंटीलिया केसः सचिन वाझे से जुड़ी दो और लक्जरी कार जब्त, पुणे से फॉरेंसिक विशेषज्ञों की टीम एनआईए दफ्तर में
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 19, 2021 16:37 IST2021-03-19T13:37:44+5:302021-03-19T16:37:56+5:30
उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास के पास विस्फोटक लदी स्कार्पियो बरामदगी की जांच कर रही एनआईए ने गिरफ्तार पुलिस अधिकारी सचिन वाझे के दफ्तर की तलाशी ली.

एनआईए ने दो पुलिसकर्मियों को पूछताछ के लिए बुलाया. (file photo)
मुंबईः राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आज दो और लक्जरी कार जब्त कीं, जिन्हें मुंबई के निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा था.
एनआईए के एक अधिकारी ने बताया कि एक टोयोटा लैंड क्रूजर प्राडो कार ठाणे के साकेत क्षेत्र में वाझे के आवास के बाहर खड़ी मिली. इसके अलावा आज एक मर्सिडीज कार भी जब्त की गई, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह कहां से बरामद हुई. मामले में अब तक जब्त किए गए वाहनों की संख्या पांच हो गई है जिनमें एक अन्य मर्सिडीज, एक स्कोर्पियो तथा एक इनोवा कार शामिल है.
वाहनों को यहां कुंबाला हिल स्थित एनआईए कार्यालय लाया गया. सूत्रों ने बताया कि एनआईए ने दो पुलिसकर्मियों को पूछताछ के लिए बुलाया जिनमें वाझे का एक सहयोगी और एक वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शामिल हैं. इस मामले में एनआईए ने शनिवार रात वाजे को गिरफ्तार किया था.
मामले को लेकर उठते सवालों के बीच महाराष्ट्र सरकार ने कल मुंबई के पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह का एक कम महत्वपूर्ण पद पर तबादला कर दिया था. उनकी जगह वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हेमंत नगराले को मुंबई का नया पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया है.
वाझे की सोसाइटी के फुटेज एनआईए ने आज लगातार तीसरे दिन सीआईयू के सहायक पुलिस निरीक्षक रियाजुद्दीन काजी से पूछताछ की. अंबानी के घर के पास विस्फोटक लदी स्कार्पियो मिलने के दो दिन बाद 27 फरवरी को काजी ने ठाणे जिले के साकेत इलाके में रहनेवाले वाझे की हाउसिंग सोसायटी के सीसीटीवी फुटेज हासिल किए थे, पर डीवीआर का जिक्र बरामद सामान की सूची में नहीं था.
एनआईए को संदेह है कि यह फुटेज साक्ष्य नष्ट करने के लिए लिया गया था, जिससे वाझे मामले में फंस सकते थे. काजी पर वह फर्जी नंबर प्लेट खरीदने का भी आरोप है, जो स्कॉर्पियो में लगी थी. एनआईए ने अभी तक एससीपी सहित अपराध शाखा के 7 अधिकारियों के बयान दर्ज किए हैं.
वाझे की गिरफ्तारी के खिलाफ याचिका खारिज: विशेष एनआईए अदालत ने आज वाझे की याचिका खारिज कर दी, जिसमें उन्होंने एनआईए द्वारा अपनी गिरफ्तारी को अवैध बताया था. रविवार को अदालत ने वाझे को 25 मार्च तक एनआईए हिरासत में भेज दिया था.
वाझे के वकीलों सजल यादव और सनी पुनमिया ने दलील दी कि नियमानुसार वाझे को गिरफ्तारी के 24 घंटों के भीतर अदालत में पेश नहीं किया गया. वाझे के वकीलों ने कहा कि गिरफ्तारी से पहले सरकार से अनुमति नहीं ली गई. इस पर एनआईए के वकील ने कहा कि सरकार से अनुमति की जरूरत नहीं थी, क्योंकि वाझे ने अपनी आधिकारिक ड्यूटी के तहत यह काम नहीं किया था.
न्यायाधीश पी. आर. सित्रे ने वाझे की अर्जी खारिज करते हुए कहा कि पुलिस अधिकारी होने के नाते उन्हें अपने अधिकार पता थे. अदालत ने वाझे के वकील को अनुमति दी कि वह शीशे के दरवाझे के पीछे से अपने मुव्वकिल की पूछताछ देख सकते हैं, लेकिन वह उसे सुन नहीं सकते.
एसयूवी मामला : पुणे से फॉरेंसिक विशेषज्ञों की टीम मुंबई में एनआईए के दफ्तर पहुंची
उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास विस्फोटक से भरी एसयूवी मिलने के मामले में पुणे स्थित फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की छह सदस्यीय एक टीम शुक्रवार को मुंबई में एनआईए के कार्यालय पहुंची. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पुणे से फॉरेंसिक विशेषज्ञ दो कारों से राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) के दफ्तर पहुंचे.
हालांकि, उनके आने के वास्तविक कारण का अभी पता नहीं है. अंबानी के घर के पास से 25 फरवरी को मिली विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो की जांच मुंबई के कलिना स्थित फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला कर रही है। इसी प्रयोगशाला में ठाणे के व्यवसायी और एसयूवी के मालिक मनसुख हिरन के विसरा नमूनों की भी जांच की जा रही है.
हिरन का शव संदिग्ध परिस्थितियों में पांच मार्च को मिला था, विस्फोटक से भरी एसयूवी की बरामदगी के मामले में एनआईए ने मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे को गिरफ्तार किया है. शनिवार को वाजे की गिरफ्तारी के बाद राज्य सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया है.
एनआईए ने अभी तक पांच वाहनों... एक स्कॉर्पियो, एक इनोवा, दो मर्सिडीज और एक टोयोटा लैंड क्रूजर प्राडो को जब्त किया है. मुठभेड़ विशेषज्ञ वाझे व्यवसायी हिरन की मौत के मामले में भी जांच के घेरे में हैं, मामले की जांच महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ता कर रहा है। हिरन की पत्नी ने उनकी मौत के मामले में वाजे के संलिप्त होने का संदेह जताया है.