अंकिता भंडारी केस: रिजॉर्ट पर आधी रात को किसके आदेश से चला था बुलडोजर? जिला प्रशासन और पुलिस को भी नहीं पता, अब हो रही जांच
By विनीत कुमार | Published: September 27, 2022 01:44 PM2022-09-27T13:44:54+5:302022-09-27T14:46:18+5:30
अंकिता भंडारी मर्डर केस में आरोपी पुलकित आर्य के रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाए जाने को लेकर सवाल उठ रहे हैं। जिला प्रशासन ने कहा है कि उसे इस बात की जानकारी नहीं है कि ये निर्देश किसने दिए।
देहरादून: उत्तराखंड में 19 साल की अंकिता भंडारी की हत्या के मुख्य आरोपी और भाजपा नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य के रिजॉर्ट पर बुलडोजर किसने चलाई, अब ये बात राज्य के अधिकारियों के लिए पहेली बन गई है। पीड़िता अंकिता पौड़ी जिले यमकेश्वर ब्लॉक में स्थित वनंतरा रिजॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिस्ट काम करती थी।
आरोपियों का नाम सामने आने के बाद रिजॉर्ट पर आधी रात को बुल्डोजर चलाया गया था। इसे लेकर अंकिता के पिता वीरेंद्र सिंह भंडारी और भाई अजय ने सवाल उठाए थे। अजय ने कहा था कि अंकिता जिस रिजॉर्ट में काम करती थी, वहां ध्वस्तीकरण की कार्रवाई कर सबूत मिटाने का प्रयास किया जा रहा है। रिजॉर्ट प्रदर्शन के बाहर प्रदर्शन के दौरान भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने इसमें आग भी लगा दी थी।
जिला प्रशासन और पुलिस को नहीं पता किसने दिया था आदेश
आरोपियों के नाम सामने आते ही इतनी जल्दबाजी में रिजॉर्ट को ध्वस्त करने के आरोपों पर उठ रहे सवालों के बीच अब जिला प्रशासन की ओर से कहा गया है कि उसकी ओर से कोई ऐसे निर्देश नहीं दिए गए थे।
'द हिंदू' की रिपोर्ट के अनुसार पौड़ी गढ़वाल जिला मजिस्ट्रेट विजय कुमार जोगदांदे ने कहा उनके कार्यालय की ओर से ऐसे कोई निर्देश नहीं दिए गए थे। उन्होंने कहा, 'कई ऐजेंसियां हैं जो ऐसी कार्रवाई कर सकती हैं। हम जांच कर रहे हैं।'
उन्होंने कहा, 'आदेश पुलिस, राजस्व विभाग, उप-मंडल मजिस्ट्रेट या नागरिक और विकास प्राधिकरण से आए होंगे। मीडिया से यह मामला मेरे संज्ञान में आने के बाद मैं इस बारे में पूछताछ कर रहा हूं।' दूसरी ओर कोटद्वार के पुलिस अधीक्षक शेखर सुयाल ने बताया कि पुलिस ने ध्वस्तीकरण का आदेश नहीं दिया था।
वहीं, कार्रवाई के दौरान एएनआई की ओर से बताया गया था कि सीएम के आदेश पर ये कार्रवाई की जा रही है। एएनआई के अनुसार विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार ने बताया था कि सीएम के आदेश पर पुलकित आर्य के ऋषिकेश के वनंतरा रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलाया गया है।
पुष्कर सिंह धामी ने की थी सराहना
रिजॉर्ट के जल्दबाजी में ध्वस्त किए जाने को लेकर अंकिता के परिजनों द्वारा सवाल उठाए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी मुद्दे को उठाया था। वहीं, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रिजॉर्ट पर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की सराहना की थी, जो आधी रात को किया गया था। स्थानीय लोगों ने भी बुलडोजर से रिजॉर्ट तो तोड़े जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया था।
इसके बाद कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने पूछा था, 'आप एक क्राइम सीन वाले स्थल को कैसे गिरा सकते हैं? इसे रोका किया जाना चाहिए। हम यह कैसे नहीं कह सकते हैं कि यह उन वीआईपी लोगों को बचाने की साजिश थी जो रिसॉर्ट में 'विशेष सेवाएं' प्राप्त करने के लिए इसका इस्तेमाल करते थे, जिसे अंकिता को भी देने को मजबूर किया जा रहा था।'
बता दें कि अंकिता भंडारी का शव एक नहर से बरामद हुआ था। उसकी हत्या के आरोप में शुक्रवार को पुलकित आर्य और उसके दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया था। अंकिता 19 सितंबर से लापता थी। ऐसे आरोप हैं कि अंकिता पर रिजॉर्ट में गलत काम कराने का दबाव बनाया जा रहा था।