अमरावतीः आंध्र प्रदेश में भारी बारिश ने कहर बरपाया है। आंध्र प्रदेश के चित्तूर, कडपा, कुरनूल और अनंतपुर सहित रायलसीमा के चार जिलों में अचानक आई बाढ़ में कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई। टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, चार जिलों में अलग-अलग घटनाओं में 100 से अधिक लोगों के बह जाने की आशंका है।
पुलिस, राजस्व और अग्निशमन विभाग की टीमों के अलावा, राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) की लगभग सात टीमों को खोज और बचाव कार्यों का नेतृत्व करने के लिए तैनात किया गया है। उफनती नदियों और नालों ने जिलों में भारी बाढ़ ला दी है, कुछ स्थानों पर सड़कें काट दीं और जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। कई जगहों पर सड़कें नहरों में तब्दील हो गईं और वाहन बह गए।
हालांकि रेनिगुंटा स्थित तिरुपति अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को उड़ान संचालन के लिए फिर से खोल दिया गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने शनिवार को बेंगलुरु शहरी, ग्रामीण जिलों, तुमकुरु, शिवमोग्गा, रामनगर, कोडागु, हसन, दावणगेरे, चित्रदुर्ग, चिक्कमगलुरु, बल्लारी, कोप्पल, हावेरी, गडग, धारवाड़ सहित कर्नाटक के 18 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया।
कडप्पा और चित्तूर जिलों में भीषण बाढ़ के कारण अब भी कई लोग लापता हैं। अनंतपुरामु जिले के कादिरी शहर में घर ढहने से कम से कम चार लोगों की मौत हो गई। बचाव अभियान में लगे अधिकारियों को आशंका है कि मलबे में कुछ अन्य लोग दबे हो सकते हैं।
मुख्यमंत्री वाई. एस. जगनमोहन रेड्डी ने कडप्पा, अनंतपुरामु और चित्तूर जिलों में क्षति का आकलन करने के लिए हवाई सर्वेक्षण किया। सरकार ने बाढ़ में मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिजन को पांच लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। नेल्लोर जिला भी काफी प्रभावित हुआ है, जहां पेन्नार नदी में बाढ़ के कारण शनिवार को कई गांव जलमग्न हो गए।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एसपीएस नेल्लोर जिले में हजारों लोगों को राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया है। जिलों में बचाव और राहत अभियानों के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को तैनात किया गया है।