लापता विमान AN-32 के पायलट की पत्नी ने कहा- कभी सोचा भी न था, पायलट पति ऐसे नजरों से ओझल हो जाएंगे
By भाषा | Published: June 6, 2019 08:31 PM2019-06-06T20:31:34+5:302019-06-06T20:31:34+5:30
वायुसेना का कहना है कि AN-32 विमान ने दोपहर 12 बजकर 27 मिनट पर अरुणाचल के शि-योमी जिले में मेंचुका आधुनिक लैंडिंग ग्राउंड के लिये उड़ान भरी थी और ग्राउंड कंट्रोल से विमान का आखिरी बार संपर्क दिन में एक बजे हुआ था।
लापता विमान एएन-32 के पायलट आशीष तंवर की पत्नी संध्या तंवर ने सोचा भी नहीं होगा कि सोमवार का दिन उनके लिये इतना बुरा साबित होगा। संध्या वायुसेना के जोरहाट स्थित एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) में ड्यूटी पर ही थीं जब आशीष तंवर ने इसी वायुसेना अड्डे से अरुणाचल प्रदेश के मेंचुका के घने जंगल के लिये उड़ान भरी थी। वह एटीसी पर उनके विमान की सारी गतिविधि देख रही थीं। महज आधा घंटा बाद ही विमान रडार की पहुंच से गायब हो गया।
संध्या उन लोगों में से पहली थीं जिन्हें वायुसेना के इस विमान के लापता होने का पता चला। विमान पर 12 और लोग सवार थे। संध्या एयर ट्रैफिक कंट्रोल अधिकारी हैं और वह जोरहाट वायुसेना अड्डे पर तैनात हैं। संध्या का विवाह 2018 में आशीष तंवर से हुआ था और उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति में वे दोनों अलग होंगे। रूस में बने इस विमान की चार दिन से तलाश जारी है और इसका पता लगाने के लिये बचाव अभियान चलाया जा रहा है। दिन बढ़ने के साथ इन सभी के परिजन का तनाव और नाउम्मीदी बढ़ती जा रही है।
वायुसेना का कहना है कि विमान ने दोपहर 12 बजकर 27 मिनट पर अरुणाचल के शि-योमी जिले में मेंचुका आधुनिक लैंडिंग ग्राउंड के लिये उड़ान भरी थी और ग्राउंड कंट्रोल से विमान का आखिरी बार संपर्क दिन में एक बजे हुआ था। सूत्रों के अनुसार संध्या उस वक्त एटीसी में ड्यूटी पर ही थीं। विमान में उनके 29 वर्षीय पति और 12 अन्य लोग थे। हरियाणा के पलवल के रहने वाले आशीष तंवर अपनी बी.टेक की डिग्री पूरी करने के बाद दिसंबर 2013 में वायुसेना में शामिल हुए थे। पलवल स्थित उनके गांव में गम का माहौल पसरा है।