लाइव न्यूज़ :

पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाली अमूल्या अकेली नहीं, साथ में है एक बड़ी टीम, ओवैसी के समर्थन की आशंका

By गुणातीत ओझा | Updated: February 22, 2020 12:18 IST

असदुद्दीन ओवैसी की रैली में मंच से पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने वाली अमूल्या का एक विडियो सामने आया है। इस वीडियो में अमूल्या ने कई खुलासे किए हैं।

Open in App
ठळक मुद्देअमूल्या ने असदुद्दीन ओवैसी की एंटी सीएए रैली के मंच से लगाया था पाकिस्तान जिंदाबाद का नारागिरफ्तारी के बाद अमूल्या का एक और वीडियो हो रहा है वायरल, वीडियो में अमूल्या ने किए हैं कई खुलासेपाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने पर अमूल्या पर दर्ज हो चुका है देशद्रोह का मामला

बेंगलुरु में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के मंच से 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाने वाली अमूल्या अकेली नहीं है। उसके साथ एक बड़ी टीम काम कर रही है। टीम ही तय करती है कि किसे कब क्या करना है। यह खुलासा अमूल्या की गिरफ्तारी के बाद वायरल हुए एक वीडियो से हुआ है। वीडियो में अमूल्या को यह कहते सुना जा सकता है कि वह अकेली नहीं बल्कि एक टीम का हिस्सा हैं। अमूल्या का वीडियो वायरल होने के बाद लोग यह भी कह रहे हैं कि इस पूरे घटनाक्रम में असदुद्दीन ओवैसी का भी हाथ है। आशंका जताई जा रही है कि अमूल्या को ओवैसी का समर्थन है। 

वायरल हो रहे विडियो में अमूल्या कह रही है कि वह अकेले नहीं हैं, वह जो कहती और करती हैं, उसके लिए बहुत सारे लोग काम करते हैं। वह सिर्फ चेहरा हैं। हालांकि, यह विडियो 'पाकिस्तान जिंदाबाद' का नारा लगाए जाने से पहले का है। अमूल्या विडियो में कह रही हैं, 'मैं जो भी आज कर रही हूं, वो मैं नहीं कर रही हूं। मैं सिर्फ इसका फेस बन गई हूं, मीडिया की बदौलत। लेकिन मेरे पीछे बहुत सारे अडवाइजरी कमिटियां काम करती हैं, और वो जो सलाह देते हैं कि आज स्पीच में यह बात बोलनी है, ये प्वाइंट्स हैं। कॉन्टेंट टीम काम करती है, बहुत सारे सीनियर ऐक्टिविस्ट काम करते हैं, मेरे मां-बांप बोलते हैं कि ऐसे बोलना है, ऐसे करना है, इधर जाना है। एक बहुत बड़ा स्टूडेंट ग्रुप- बैंगलोर स्टूडेंट अलायंस- जो ये सारे प्रोटेस्ट के पीछे काम कर रहा है। मैं सिर्फ इसका चेहरा बनी हूं, लेकिन बैंगलोर स्टूडेंट अलायंस बहुत कड़ी मेहनत कर रहा है।'

जानें पूरा मामला

असदुद्दीन ओवैसी की अगुवाई में बेंगलुरु में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में गुरुवार को रैली निकाली गई थी। रैली के दौरान अमूल्‍या नाम की युवती ने मंच पर चढ़कर 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए थे। युवती की नारेबाजी के बाद रैली में हंगामा मच गया, उसे तुरंत वहां से हटाया गया। पुलिस ने महिला के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज कर लिया है। अमूल्या की इस हरकत पर ओवैसी ने कहा था कि वह पाकिस्तान जिंदाबाद के नारों का समर्थन नहीं करते।

14 दिन की न्यायिक हिरासत में

पाकिस्तान समर्थित नारा लगाने वाली लड़की अमूल्या लियोना के खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज हो चुका है। कोर्ट ने अमूल्या लियोना को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अमूल्या लियोना को परप्पाना अग्रहारा की सेंट्रल जेल में रखा जाएगा। इसके साथ ही बेंगलुरू पुलिस ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ फ्रीडम पार्क में आयोजित रैली के आयोजकों को भी नोटिस भेजा है। उन्हें पूछताछ के लिए आज सुबह बुलाया गया।

टॅग्स :असदुद्दीन ओवैसीकैब प्रोटेस्टपाकिस्तान
Open in App

संबंधित खबरें

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

बॉलीवुड चुस्कीDhurandhar: फिल्म में दानिश पंडोर निभा रहे हैं उज़ैर बलूच का किरदार, कराची का खूंखार गैंगस्टर जो कटे हुए सिरों से खेलता था फुटबॉल, देखें उसकी हैवानियत

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

विश्व'इमरान खान ज़िंदा और ठीक हैं': पाकिस्तान के पूर्व पीएम की बहन ने रावलपिंडी की अदियाला जेल में उनसे मिलने के बाद दिया बयान | VIDEO

विश्वपाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान जिंंदा हैं या नहीं!

भारत अधिक खबरें

भारत‘सिटीजन सर्विस पोर्टल’ की शुरुआत, आम जनता को घर बैठे डिजिटल सुविधाएं, समय, ऊर्जा और धन की बचत

भारतआखिर गरीब पर ही कार्रवाई क्यों?, सरकारी जमीन पर अमीर लोग का कब्जा, बुलडोजर एक्शन को लेकर जीतन राम मांझी नाखुश और सम्राट चौधरी से खफा

भारतलालू प्रसाद यादव के बड़े लाल तेज प्रताप यादव पर ₹356000 बकाया?, निजी आवास का बिजली कनेक्शन पिछले 3 साल से बकाया राशि के बावजूद चालू

भारत2026 विधानसभा चुनाव से पहले बंगाल में हलचल, मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की आधारशिला, हुमायूं कबीर ने धर्मगुरुओं के साथ मिलकर फीता काटा, वीडियो

भारतमहाराष्ट्र महागठबंधन सरकारः चुनाव से चुनाव तक ही बीता पहला साल