श्रीनगरः केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पुलवामा में सीआरपीएफ कैंप पहुंचे। आज रात शाह यहां रहेंगे। शाह ने कहा कि देखना चाहता हूं बॉर्डर पर जवान कैसा महसूस करते हैं। जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा का दौरा किया और भारतीय सीमा की रखवाली करने वाले जवानों की वीरता को सराहा।
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि एक समय था, जब कश्मीर में पथराव होता था। आज ऐसी घटनाओं की संख्या में काफी कमी आई है। मोदी सरकार की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति है। यह मानवता के खिलाफ है और हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों से बात की और कहा कि वे बेफिक्र होकर देश की रक्षा करें क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार उनके परिवारों का खयाल रखेगी। शाह ने सीमा के आखिरी हिस्से मकवाल का भी दौरा किया और निवासियों से कहा कि मोदी सरकार सीमावर्ती इलाकों में हर सुविधा उपलब्ध कराने और विकास सुनिश्चित करने को लेकर प्रतिबद्ध है। अधिकारियों ने बताया कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ शाह ने मकवाल सीमा अग्रिम चौकी का दौरा किया जहां उन्होंने बीएसएफ जवानों से मुलाकात की और उनके साथ समय बिताया।
शाह ने बाद में ट्वीट कर कहा, '' सभी देशवासियों की तरफ से, मैंने हमारे सुरक्षा बलों की वीरता को सलाम किया और अपना आभार जताया।'' उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार देश की रक्षा करने वाले सुरक्षाकर्मियों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए पूरी तरह समर्पित है। शाह ने कहा, ''मैं सभी से कहना चाहता हूं कि आपको बिना किसी चिंता के देश की रक्षा करनी चाहिए। मोदी सरकार आपके परिवारों का खयाल रखेगी।''
अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद अपनी पहली यात्रा पर जम्मू कश्मीर पहुंचे शाह ने कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया और कई अन्य की आधारशिला रखी। यहां एक समारोह में अपने 38 मिनट लंबे भाषण की शुरुआत करने से पहले गृह मंत्री ने मंच पर लगे बुलेट प्रूफ ग्लास को हटवा दिया। बाद में, उन्होंने लोगों से कहा कि वह उनके साथ "मन की बात" करना पसंद करते हैं।