NRC विवाद: हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता देंगे, घुसपैठियों को करेंगे बाहर-अमित शाह
By विनीत कुमार | Published: October 2, 2019 07:51 AM2019-10-02T07:51:40+5:302019-10-02T07:51:40+5:30
कोलकाता में 'एनआरसी-जागरण अभियान' कार्यक्रम में अमित शाह ने ममता बनर्जी को याद दिलाने के अंदाज में बताया कि वे घुसपैठ का विरोध करती रही थीं जब तक वे लेफ्ट सरकार का समर्थन कर रहे थे।
लोकसभा चुनाव-2019 के बाद अपने पहले पश्चिम बंगाल दौरे पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर एनआरसी को लेकर बेवजह घबराहट फैलाने का आरोप लगाया। साथ ही यह भी कहा कि पूरे देश में किसी भी राज्य से हिंदू, सिख और जैन शरणार्थियों को बाहर नहीं निकाला जायेगा। शाह ने कोलकाता में मंगलवार को आयोजित एनआरसी-जागरण अभियान में कहा, 'भारतीय जनता पार्टी की सरकार किसी एक भी (गैर-मुस्लिम) शरणार्थी को देश से बाहर जाने के लिए मजबूर नहीं करेगी।'
शाह ने साथ ही कहा, 'ममता बंगाल के लोगों से कह रही हैं कि अगर एनआरसी लागू हुआ तो लाखों हिंदुओं (बांग्लादेश से) को बाहर भेज दिया जायेगा। इससे बड़ा झूठ नहीं हो सकता...और मैं यहां ये स्पष्ट करने आया हूं कि ऐसा नहीं होगा।' अमित शाह ने यहा भी कहा कि केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार 2016 में ही राज्य सभा में एक बिल रख चुकी है जिसमें पड़ोसी देशों से अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को नागरिकता देने की बात है लेकिन वह बिल कभी पास नहीं हो सकता क्योंकि तृणमूल कांग्रेस इसमें अडंगा लगा रही है।
अमित शाह ने घोषणा करते हुए यह भी कहा कि एनआरसी से पहले नरेंद्र मोदी सरकार इस बिल को लाना चाहती है जो शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता देगा। अमित शाह ने कहा, 'जैसा हम लोगों का अधिकार है, वैसा आप सभी का भी होगा।'
अमित शाह के अनुसार, 'किसी भी शरणार्थी को नहीं छोड़ना होगा और हम किसी घुसपैठी को रहने भी नहीं देंगे।' अमित शाह ने साथ ही कहा कि ममता बनर्जी घुसपैठियों को बचाने की कोशिश कर रही है क्योंकि वे उनके लिए वोट करते हैं।
अमित शाह ने ममता बनर्जी को याद दिलाने के अंदाज में बताया कि वे घुसपैठ का विरोध करती रही थीं जब तक वे लेफ्ट सरकार का समर्थन कर रहे थे। अमित शाह ने कहा, 'हम किसी घुसपैठ को यहां नहीं रहने देंगे। हम उनकी पहचान करेंगे और बाहर फेंक देंगे।'
गौरतलब है कि ममता बनर्जी लगातार एनआरसी का विरोध करती रही हैं। मुख्यमंत्री एनआरसी को लेकर लगातार केंद्र पर हमले कर रही हैं और विरोध प्रदर्शन के लिए सड़क पर भी उतर चुकी हैं। एनआरसी की हलचल बंगाल में भी पिछले कुछ दिनों से नजर आ रही है। सैकड़ों लोग शहर और राज्य के अन्य हिस्सों में अपने जन्म प्रमाण पत्र और अन्य दस्तावेज लेने के लिए सरकारी और नगर निकाय के दफ्तरों के बाहर कतार लगाए खड़े हैं, ताकि अगर राज्य में एनआरसी को लागू किया जाए तो उनकी तैयारी पूरी रहे।
एनआरसी को लेकर आयोजित कार्यक्रम में अमित शाह ने ये भी उम्मीद जताई कि अगले चुनाव में बीजेपी की सरकार पश्चिम बंगाल में बनेगी। बीजेपी ने पिछले लोकसभा चुनाव में 42 सीटों में से 18 पर जीत हासिल की थी।