अमित शाह ने राहुल गांधी से पूछे राफेल से जुड़े ये सवाल, बोले- सुप्रीम कोर्ट का फैसला कांग्रेस के मुंह पर तमाचा
By आदित्य द्विवेदी | Published: December 14, 2018 01:26 PM2018-12-14T13:26:33+5:302018-12-14T13:26:33+5:30
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि राहुल गांधी को देश की जनता और सेना के जवानों से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा राफेल मुद्दे पर हम चर्चा के लिए तैयार हैं।
राफेल विमान सौदे की जांच से जुड़ी सभी याचिकाओं को खारिज किए जाने के बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने राहुल गांधी से राफेल से जुड़े सीधे सवाल किए और कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपने फायदे के लिए झूठ का सहारा लिया।
अमित शाह ने कहा, 'आज सत्य की जीत हुई है। देश को गुमराह करने का इतना बड़ा प्रयास कभी नहीं किया गया। कांग्रेस पार्टी ने अपने फायदे के लिए झूठ का सहारा लिया। सुप्रीम कोर्ट का आज का फैसला कांग्रेस पार्टी के मुंह पर तमाचा है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने साबित कर दिया है कि झूठ के पैर नहीं होते।'
उन्होंने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट में दायर की गई चार याचिकाओं में मुख्य रूप से तीन सवाल उठाए गए थे। तीनों मुद्दों पर सुप्रीम कोर्ट ने बहुत स्पष्टता पूर्वक अपना आदेश सुना दिया है। कोर्ट ने असंदिग्ध रूप से संतुष्टि व्यक्ति की है। सुप्रीम कोर्ट ने इसकी जांच की मांग को ठुकरा दिया है।'
अमित शाह ने राहुल गांधी से कुछ सवाल भी पूछेः
- राहुल गांधी ने जो भी बातें कही इसका सोर्स ऑफ इन्फॉर्मेशन क्या है?
- जब आपकी सरकार थी तो 2007-2014 तक विमान सौदा पेंडिंग क्यों रखा गया?
- आपने अपने फायदे के लिए देश की सुरक्षा पर सवाल क्यों उठाया?
बीजेपी अध्यक्ष ने एक सवाल के जवाब में कहा कि कांग्रेस पार्टी ने क्यों सुप्रीम कोर्ट में सारे तथ्य पेश नहीं किए। वो सिर्फ इसलिए क्योंकि इस बात का कोई आधार ही नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने सबको सुना है। कांग्रेस अध्यक्ष को सुप्रीम कोर्ट की मदद करनी चाहिए थी। जांच से कोई नहीं भाग रहा है।
अमित शाह ने कहा कि हम सदन में चर्चा के लिए तैयार हैं। मैं कांग्रेस नेताओं को चुनौती देना चाहता हूं कि वो जितना समय तय करेंगे हम चर्चा के लिए तैयार हैं। उसके बाद जेपीसी से जांच की बात होगी। कांग्रेस चर्चा से क्यों भाग रही है। सदन के अंदर चर्चा के लिए बीजेपी तैयार है।
गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय ने फ्रांस से 36 राफेल विमानों की खरीद के मामले में शुक्रवार को नरेंद्र मोदी सरकार को क्लीन चिट दे दी। शीर्ष अदालत ने कहा कि हमें फ्रांस से 36 राफेल विमानों की खरीद की प्रक्रिया में हस्तक्षेप करने का कोई कारण नजर नहीं आता है। सुबह सदन की बैठक शुरू होते ही जहां विपक्ष के कुछ सदस्य अपनी अपनी मांगों को लेकर आसन के पास आकर नारेबाजी कर रहे थे, वहीं भाजपा के सदस्य भी शीर्ष अदालत के फैसले की पृष्ठभूमि में आक्रामक दिखे। भाजपा सदस्य ‘राहुल गांधी माफी मांगो’ के नारे लगा रहे थे।