सचिन पायलट के बगावती तेवर अख्तियार करने के बाद राजस्थान में सियासी जंग अब चरम पर है। कांग्रेस की ओर से देर रात तक राजस्थान में सरकार बचाने की जद्दोजहद जारी रही वहीं, दिल्ली में मौजूद सचिन पायलट भी अपने तेवर नरन करने के मूड में नहीं हैं। उनके बीजेपी में शामिल होने की अकटलें भी लग रही हैं। इन सबचे बीच आयकर विभाग की छापेमारी भी चल रही है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी धर्मेंद्र राठौड़ और राजीव अरोड़ के घर आयकर विभाग की सोमवार सुबह छापेमारी हुई है। राठौड़ कांग्रेस नेता हैं और राजीव अरोड़ भी राज्य कांग्रेस कार्यालय के एक सदस्य हैं।
दिलचस्प ये है कि यह छापेमारी तब हो रही है, जब अशोक गहलोत ने विधायक दल की जयपुर में बैठक बुलाई है। वहीं, डिप्टी सीएम सचिन पायलट बगावत पर उतर आए हैं। मिली जानकारी के अनुसार ये छापेमारी जयपुर सहित कोटा, दिल्ली और मुंबई में भी हो रही है।
बता दें कि सचिन पायलट खुलकर गहलोत के विरोध में आ गए हैं। पायलट ने रविवार को एक बयान जारी कर कहा था कि कांग्रेस के 30 से अधिक विधायकों और कुछ निर्दलीय विधायकों द्वारा उन्हें समर्थन देने के वादे के बाद अशोक गहलोत सरकार अल्पमत में है।
वहीं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अविनाश पांडे ने रविवार देर रात कहा था कि 109 विधायकों ने गहलोत सरकार का खुलकर समर्थन किया है। दूसरी ओर राजस्थान विधानसभा में उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी ने, ‘आज यह संख्या और बढ़ेगी।’ उन्होंने कहा, ‘राज्य में कोई संकट या दिक्कत नहीं है।’ चौधरी ने कहा, ‘भाजपा के मंसूबे न तो राज्य में पूरे हुए हैं न होंगे।’ बता दें कि अभी 200 सदस्यों की विधानसभा में कांग्रेस के 107 और भाजपा के 72 विधायक हैं।
(भाषा इनपुट)