पटना:बिहार के पटना में एक दिव्यांग बच्चे को एक अमेरिकी डॉक्टर ने गोद लिया है। ऐसे में अब यह बच्चा अमेरिका जाएगा और उसका अच्छे से पालन पोषण होगा।
दरअसल, तीन साल पहले इस बच्चे को उनकी मां ने सड़क पर छोड़ दिया था जिसके बाद से वह एक निजी संस्था में रह रहा था। ऐसे में अब जब उसे एक अमेरिकी परिवार ने गोद ले लिया है, अब वह अमेरिका जाएगा और वहां आगे की जिंदगी बिताएगा।
क्या है पूरा मामला
यह मामला बिहार के पटना से सटे दानापुर का है जहां से इस बच्चे को गोद लिया गया है। दरअसल, दिसंबर 2019 की ठिठुरती ठंड में एक मां ने एक दिव्यांग नवजात को बीच सड़क पर छोड़ कर चली गई थी जिसके बाद बच्चा एक निजी संस्था में रह रहा था। ऐसे में अमेरिका से भारत घूमने आए डॉक्टर कर्निल रे मिलर और उनकी पत्नी कैथरिन सुलिवान ने इस बच्चे को गोद लेने की बात कही थी। इसके लिए इन लोगों ने ऑनलाइन आवेदन भी किया था जिसकी कानून प्रक्रिया अब पूरी हो गई है और अब बच्चा उनके साथ अमेरिका जाएगा।
इस दिव्यांग बच्चे का नाम अर्जित है जिसका एक हाथ नहीं है और उसका होंठ भी पहले से कटा हुआ है। ऐसे में अर्जित को गोद लेने के बाद अमेरिकी डॉक्टर ने कहा, "हमें इसकी बहुत खुशी है। मैं अभी कुछ ज्यादा नहीं कह सकता लेकिन हम इसको अच्छी से अच्छी चिकित्सा सुविधा देंगे। हम इसे हमारे अन्य बच्चों जैसे ही रखेंगे।"
मामले में दानापुर के एसडीओ ने क्या कहा
अर्जित को अमेरिकी डॉक्टर द्वारा गोद लेने की कानून प्रक्रिया पूरी होने पर दानापुर के एसडीओ प्रदीप कुमार ने उन्हें बच्चे को सौंप दिया है। इस गोद लेने की प्रक्रिया पर बोलते हुए प्रदीप कुमार ने कहा कि उनके आईएस बनने के बाद यह एक पहला मौका है जब वे किसी बच्चे को गोद दिलवा रहे है। उन्होंने इसे अपने जीनव का सबसे सुखद पल बताया है।
अर्जित को गोद लेने पर अमेरिकी डॉक्टर की पत्नी कैथरिन भी काफी खुश है। इस पर बोलते हुए कैथरिन ने कहा है उसे काफी खुशी है कि उसने इसे गोद लिया है। कैथरिन ने आगे कहा कि उसके परिवार में पहले से तीन बच्चे है, ऐसे में उसके परिवार में अर्जित चौथा बच्चा है।