यूपी में पहली बार सड़कों पर नहीं अदा होगी अलविदा जुमा की नमाज, देखरेख के लिए 46 PAC और 7 CAPF की कंपनियां तैनात, रामपुर में टूटी सदियों पुरानी परंपरा
By आजाद खान | Published: April 29, 2022 12:32 PM2022-04-29T12:32:08+5:302022-04-29T12:36:15+5:30
अलविदा नमाज के दौरान पुलिस की नजर 2705 संवेदनशील स्थानों पर होगी जहां पर माहौल खराब होने की आंशका है।
Alwida Zuma 2022: आज पूरे देश में अलविदा की नमाज अदा की जाएगी। अलविदा की नमाज वह जुमा नामाज है जो रमजान के आखिरी जुमे को पढ़ा जाता है। यूपी में अलविदा की नमाज को लेकर कड़े इन्तजाम किए गए है। एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार के मुताबिक, इस बार अलविदा जुमा की नमाज सड़क पर नहीं होगी। आपको बता दें कि यूपी में यह पहली बार होगा कि अलविदा जुमा की नमाज सड़क पर नहीं होगी। मामले में बोलते हुए प्रशांत कुमार ने कहा कि इस बारे में सभी धर्म गुरुओं से बात हो गई है और कानून वय्वस्था को देखते हुए सभी धर्म गुरु इस बात पर तैयार है कि रोड या सड़क पर कोई नमाज नहीं होगी। आपको बता दें कि अलविदा जुमा को देखते हुए यह कहा जा रहा है कि आज नमाज में ज्यादा भीड़ हो सकती है। ऐसे में इलाके में माहौल खराब न हो इसके लिए यह फैसला लिया गया है।
यूपी में 31151 स्थान हुए है चिन्हित, 46 कंपनी पीएसी- 7 सीएपीएफ तैनात
आपको बता दें कि अलविदा जुमा को देखते हुए यूपी में कुल 31151 स्थानों को चिन्हित किया गया है। इन स्थानों पर 46 कंपनी पीएसी के साथ 7 सीएपीएफ की तैनाती की गई है। ऐसे में पुलिस की नजर उन 2705 संवेदनशील स्थानों पर होगी जहां पर हालात खराब होने का डर है। बताया जा रहा है कि कम से कम 29806 धर्मगुरु से बातचीत हुई है जो मस्जिद में ही नमाज पढ़ाने को तैयार है। यूपी पुलिस के मुताबिक, अलविदा जुमा की नमाद से पहले 21965 लाउडस्पीकरों को हटाए गए हैं वहीं 42332 लाउडस्पीकरों की आवाज को कम भी किया गया है। पुलिस ने बताया कि अलविदा जुमा की नमाज में भी लाउडस्पीकर वाले नियम लागू होंगे।
कई मुस्लिम सस्ंथानों ने जारी किया एडवाइजरी
अलविदा की नमाज को देखते हुए कई कई मुस्लिम सस्ंथानों ने एडवाइजरी जारी किया है। इस एडवाइजरी में यह कहा गया है कि अलविदा की नमाज केवल मस्जिद में ही हो और लाउडस्पीकर के सभी नियम भी पालन हो। इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के साथ ऐशबाग ईदगाह के ईमाम मौलाना और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने लोगों से अपील कर मस्जिदों में ही नमाज पढ़ने को कहा है।
आपको बता दें कि रामपुर की टूटी में आजादी से पहले से यह परंपरा है कि रामपुर में ऐतिहासिक रुप से अलविदा की नमाज अदा की जाती है। लोग दूर दराज के इलाकों से आकर यहां पर नमाज अदा करते है जो घर के छतों से लेकर दुकानों में भी अदा होती है। लेकिन इस साल ऐसा नहीं होगा और लोगों को केवल मस्जिद में ही नमाज अदा करना होगा।