किसान आंदोलन और त्योहारों में यूपी पुलिस स्टाफ को रहना होगा मुस्तैद, 18 अक्टूबर तक नहीं मिल सकती है कोई छुट्टी
By दीप्ती कुमारी | Updated: October 11, 2021 15:22 IST2021-10-11T15:07:57+5:302021-10-11T15:22:59+5:30
यूपी में किसान आंदोलन और त्योहारों के मद्देनजर पुलिस वालों को कोई राहत नहीं दी गई है । यूपी में पुलिस के किसी स्टाफ को 18 अक्टूबर तक कोई छुट्टी नहीं दी जाएगी ।

फोटो - किसान आंदोलन और त्योहारों में यूपी पुलिस को छुट्टी नहीं
लखनऊ : उत्तर प्रदेश पुलिस ने आगामी त्योहारों और किसानों के विरोध विशेषकर लखीमपुर खीरी हिंसा के मद्देनजर अपने कर्मचारियों के सभी प्रकार के अवकाश रद्द कर दिए हैं । यूपी पुलिस के लिए 18 अक्टूबर तक छुट्टी नहीं होगी । अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने रविवार को इस संबंध में आदेश जारी किया है।
एक रिपोर्ट के हवाले से कहा गया कि "संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के आगामी त्योहारों और प्रस्तावित कार्यक्रमों के मद्देनजर, उत्तर प्रदेश पुलिस ने 18 अक्टूबर तक कर्मचारियों के सभी प्रकार के अवकाश रद्द कर दिए हैं । इस अवधि के दौरान केवल अपरिहार्य कारणों से मुख्यालय से छुट्टी की अनुमति दी जाएगी । इस आदेश के साथ तत्काल प्रभाव प्रभावी होगा । "
चूंकि नवरात्रि का त्योहार हमारे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है और राज्य के विभिन्न हिस्सों में रामलीला का मंचन किया जा रहा है, इसलिए धार्मिक स्थलों, बाजारों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर भीड़भाड़ होने की संभावना है।
इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में हुई हिंसा को देखते हुए किसानों का विरोध भी जोरों पर है, जहां चार किसान प्रदर्शनकारियों और एक पत्रकार समेत नौ लोगों की मौत हो गई थी तो ऐेसे में यूपी में सुरक्षा के लिहाज से पुलिस की छुट्टियां रद्द की गई है ।
इस बीच, संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने किसानों को 12 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकोनिया में 'अंतिम अरदास' में शामिल होने के लिए कहा है । किसान संघ ने 12 अक्टूबर की शाम को कैंडल मार्च निकालने का भी आह्वान किया है। किसानों के विरोध प्रदर्शन में भाजपा सरकार का पुतला दहन भी शामिल है। किसान 18 अक्टूबर को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक पूरे देश में "रेल रोको" विरोध प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं ।