सांसद रूहुल्लाह और उमर अब्‍दुल्‍ला के बीच सब ठीक नहीं? सोनमर्ग सुरंग के उद्घाटन में सांसद की अनुपस्थिति ने उठाए सवाल

By सुरेश एस डुग्गर | Updated: January 15, 2025 12:56 IST2025-01-15T12:49:21+5:302025-01-15T12:56:39+5:30

Jammu-Kashmir: जैसे-जैसे नेकां के भीतर तनाव बढ़ रहा है, सवाल बना हुआ है कि क्या दरार खुले संघर्ष में बदल जाएगी या पार्टी के भीतर शांति कायम होगी। 

All is not well between MP Ruhullah and Omar Abdullah MP absence at inauguration of Sonmarg tunnel raises questions | सांसद रूहुल्लाह और उमर अब्‍दुल्‍ला के बीच सब ठीक नहीं? सोनमर्ग सुरंग के उद्घाटन में सांसद की अनुपस्थिति ने उठाए सवाल

सांसद रूहुल्लाह और उमर अब्‍दुल्‍ला के बीच सब ठीक नहीं? सोनमर्ग सुरंग के उद्घाटन में सांसद की अनुपस्थिति ने उठाए सवाल

Jammu-Kashmir: सांसद रूहुल्लाह और उमर अब्‍दुल्‍ला के बीच मनमुटाव अब खुल कर सामने आने लगे हैं। सोनमर्ग सुरंग के हाई-प्रोफाइल उद्घाटन में श्रीनगर से नेशनल कांफ्रेंस के सांसद सैयद रूहुल्लाह मेहदी की अनुपस्थिति ने इसे स्‍पष्‍ट कर दिया है। कल मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के भरोसेमंद सहयोगी और सलाहकार नासिर असलम वानी को श्रीनगर में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान मेहदी की अनुपस्थिति के बारे में पत्रकारों के सवालों का सामना भी करना पड़ा था। 

वानी ने स्थिति को कमतर आंकने का प्रयास करते हुए कहा था कि कृपया बहुत अधिक अर्थ न निकालें। दक्षिण भारत में उनके पहले से ही कार्यक्रम थे। वह कोच्चि में हैं और इसलिए वह समारोह में शामिल नहीं हो सके। हालांकि, पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि मेहदी की अनुपस्थिति परिस्थितिजन्य से अधिक प्रतीकात्मक थी। 

नेकां के एक नेता का कहना था कि क्या कोच्चि में कार्यक्रम प्रधानमंत्री की खुद की मौजूदगी वाले कार्यक्रम से अधिक महत्वपूर्ण था? विशेषकर तब जब एक ऑनलाइन साक्षात्कार में उनकी हालिया आलोचनात्मक टिप्पणियों के बाद मेहदी और पार्टी के बीच मतभेद बढ़ने की अटकलें लगाई जा रही हैं।

याद रहे कुछ दिन पहले एक आनलाइन समाचार एजेंसी के साथ साक्षात्कार में, मेहदी ने दावा किया था कि कश्मीरी उमर अब्दुल्ला द्वारा जम्मू और कश्मीर के लोगों और नेकां के जनादेश से खुद को दूर करने से चिंतित हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अब्दुल्ला को कश्‍मीर में "दिल्ली के प्रतिनिधि" के रूप में देखे जाने का जोखिम है। 

दरअसल 23 दिसंबर, 2024 से तनाव बढ़ रहा है, जब मेहदी ने उमर अब्दुल्ला के आवास के बाहर एक विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया, जिसमें एक विवादास्पद आरक्षण नीति का विरोध किया गया, जो ओपन मेरिट छात्रों के लिए नौकरी के अवसरों को कमजोर करती है। विरोध में विपक्षी समूह और छात्र प्रतिनिधि शामिल हुए। 

हालांकि बाद में उमर ने छात्रों से मुलाकात की और उन्हें समर्थन का आश्वासन दिया, लेकिन एक्स पर उनकी प्रतिक्रिया में मेहदी पर एक सूक्ष्म कटाक्ष था मैंने उनसे कुछ अनुरोध किए हैं और उन्हें कई आश्वासन दिए हैं। उन्होंने पोस्ट किया था कि संचार का यह चैनल बिना किसी बिचौलिए या पिछलग्गू के खुला रहेगा। 

फिर उसके एक दिन बाद, हजरतबल से नेकां विधायक सलमान अली सागर ने विरोध प्रदर्शन की आलोचना करते हुए इसे राजनीतिक विरोधियों का मंच बताया और आरोप लगाया कि मेहदी की भागीदारी ने प्रतिद्वंद्वियों को स्थिति का फायदा उठाने का मौका दिया। जैसे-जैसे नेकां के भीतर तनाव बढ़ रहा है, सवाल बना हुआ है कि क्या दरार खुले संघर्ष में बदल जाएगी या पार्टी के भीतर शांति कायम होगी। 

फिलहाल, नेकां को कई मोर्चों पर एक कठिन लड़ाई का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें इसका नेतृत्व आंतरिक असंतोष और बाहरी चुनौतियों से जूझ रहा है।

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