अक्षयपात्र ने 2025 तक 50 लाख बच्चों को मध्याह्न भोजन परोसने का लक्ष्य बनाया
By भाषा | Published: November 12, 2020 06:12 PM2020-11-12T18:12:06+5:302020-11-12T18:12:06+5:30
बेंगलुरु, 12 नवंबर सेवा के तीसरे दशक में प्रवेश करने पर अक्षयपात्र फाउंडेशन ने कहा है कि उसका लक्ष्य 2025 तक 50 लाख बच्चों को मध्याह्न भोजन परोसने का है।
बीस साल पहले 11 नवंबर 2000 को फाउंडेशन की पहली सामुदायिक रसोई का उद्घाटन तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री मुरली मनोहर जोशी और कर्नाटक के मुख्यमंत्री एस एम कृष्णा ने किया था।
अक्षयपात्र फाउंडेशन मध्याह्न भोजन मुहैया कराते हुए बच्चों की जिंदगी में सकारात्मक असर डालने के साथ दो दशक पूरा कर चुका है। फाउंडेशन ने एक बयान में कहा है कि सरकार की मध्याह्न भोजन योजना को लागू करने में भागीदार के तौर पर अक्षयपात्र 12 राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों में 19,039 सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में 18 लाख से ज्यादा बच्चों को भोजन मुहैया करा चुका है ।
फाउंडेशन ने कहा कि वर्ष 2000 में अपनी शुरूआत के बाद से वह कुल मिलाकर बच्चों को 3.3 अरब से ज्यादा मध्याह्न भोजन थाली परोस चुका है। कोविड-19 महामारी के चलते स्कूलों के बंद होने के कारण फाउंडेशन वर्तमान में जोखिम वाले समुदायों को राहत मुहैया कराने में सरकारी प्रयासों में मदद कर रहा है। दानदाताओं के सहयोग से वह 18 राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों में ऐसे समुदायों को खाद्य राहत मुहैया कराने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम कर रहा है । इस साल मार्च से 10 करोड़ भोजन पैकेट और जरूरी सामान वाली अन्य किट बांटी गईं । अक्षयपात्र ने कहा कि उसका लक्ष्य 2025 तक पचास लाख बच्चों को मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराने का है।
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