अकबरुद्दीन ओवैसी गये औरंगजेब की मजार पर, शिवसेना ने जताई आपत्ति, बोली- "अगर औरंगाबाद की शांतिभंग हुई तो होगी सख्त कार्रवाई"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 13, 2022 02:22 PM2022-05-13T14:22:03+5:302022-05-13T14:27:09+5:30
एआईएमआईएम नेता अकबरुद्दीन ओवैसी गुरुवार को औरंगाबाद स्थित औरंगजेब की मजार पर पहुंचे थे। इस मामले में विरोध दर्ज करते हुए शिवसेना ने चेतावनी दी है कि अगर उनके द्वारा औरंगाबाद या महाराष्ट्र में "समाज समस्याएं पैदा हुई तो पार्टी द्वारा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
औरंगाबाद: महाराष्ट्र के औरंगाबाद स्थित औरंगजेब के कब्र पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के वरिष्ठ नेता अकबरुद्दीन ओवैसी के दौरे को लेकर महाराष्ट्र के सत्ताधारी दल शिवसेना ने कड़ा एतराज जताया है।
एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी के छोटे भाई और अपने विवादित बयानों के कारण सुर्खियों में रहने वाले अकबरुद्दीन ओवैसी द्वारा गुरुवार को औरंगाबाद के खुल्दाबाद स्थित मुगल बादशाह औरंगजेब की कब्र पर जाने पर आपत्ति जताते हुए शिवसेना ने चेतावनी दी है कि अगर उनके द्वारा औरंगाबाद या महाराष्ट्र में "समाज समस्याएं पैदा हुई तो ऐसे किसी भी कार्य को पार्टी द्वारा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ओवैसी ने औरंगाबाद में एक जनसभा को संबोधित करने से पहले औरंगजेब के मकबरे पर गये थे। इस मामले में शिवसेना की ओर से पूर्व सांसद चंद्रकांत खैरे और औरंगाबाद के शिवसेना प्रमुख और एमएलसी अंबादास दानवे ने कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
शिवसेना के विरोध पर प्रतिक्रिया देते हुए औरंगाबाद से लोकसभा सांसद और एआईएमआईएम के वरिष्ठ नेता इम्तियाज जलील ने कहा कि शिवसेना अकबरुद्दीन ओवैसी के दौरे का गलत अभिप्राय निकाल रही है, जिसकी जरूरत ही नहीं है।
शिवसेना के पूर्व सांसद चंद्रकांत खैरे ने कहा, "अकबरुद्दीन ओवैसी के औरंगजेब के मकबरे पर जाने के पीछे का मकसद अच्छे से समझा जा सकता है। हमें उनके पूर्व के दिये सारे बयान अच्छे से याद हैं। हमने तो नहीं देखा कि औरंगजेब की कब्र पर कोई जाता हो लेकिन ओवैसी समाज में समस्याएं पैदा करने के लिए वहां जा रहे हैं, तो हम इसे कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
वहीं औरंगाबाद शिवसेना प्रमुख अंबादास दानवे ने कहा, "इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि ओवैसी औरंगजेब की कब्र पर गए। निजाम और उसके रजाकारों और पहले के इस्लामी रियासदारों की सोच आज भी उसी मुगलिया सल्तनत की तरह है। उसी विचारधारा के हैं ओवैसी, इसलिए वो औरंगजेब के मकबरे पर गये थे लेकिन याद रखिये कि जो भी मुसलमान देश के बारे में सोचते हैं, उन्हें एआईएमआईएम और ओवैसी से दूर रहना चाहिए।"
औरंगजेब की मजार पर ओवैसी के दौरे का बचाव करते हुए सांसद इम्तियाज जलील ने कहा, "खुलदाबाद में कई मकबरे हैं और सभी का अपना इतिहास है, जो भी खुल्दाबाद आता है वह औरंगजेब की कब्र पर जाता है। ये चलन है और इस मामले में किसी को भी अलग से अर्थ निकालने की जरूरत नहीं है।"
मालूम हो कि शिवसेना के अलावा उसकी प्रबल विरोधी पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के ने गुरुवार को हुए अकबरुद्दीन ओवैसी के औरंगजेब के मकबरे पर जाने पर आपत्ति जताई थी।
इस मामले में मनसे नेता गजानन काले ने उद्धव सरकार से मांग की कि महाराष्ट्र सरकार औरंगजेब की कब्र पर जाने के लिए अकबरुद्दीन ओवैसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
उन्होंने कहा कि अगर सरकार ओवैसी के खिलाफ एक्शन नहीं लेती है तो मनसे अपने तरीके से इस मामले में कार्रवाई करेगी। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)