Air Pollution:दिल्ली की वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में बनी हुई है, AQI 374
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 8, 2023 09:30 AM2023-12-08T09:30:57+5:302023-12-08T09:32:57+5:30
देश की राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता शुक्रवार को 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज की गई है। सुबह दिल्ली के आनंद विहार में समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 374 था।
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में वायु गुणवत्ता शुक्रवार को 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज की गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार शुक्रवार सुबह दिल्ली के आनंद विहार में समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 374 था।
सुबह में करीब 7 बजे एम्स, सफदरजंग अस्पताल, कालिंदी कुंज और अक्षरधाम में धुंध छाई हुई है। इससे पहले गुरुवार को भी राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता 'खराब' श्रेणी में थी। वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली के अनुसार दिल्ली का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) गुरुवार सुबह 276 दर्ज किया गया था।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 11 दिसंबर तक राष्ट्रीय राजधानी में बारिश नहीं होने की भविष्यवाणी की है। पूरे शहर में सुबह के समय आसमान साफ रहेगा और हल्के से मध्यम कोहरा रहेगा। दिल्ली में पिछले कुछ हफ्तों से हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' से 'बहुत खराब' के बीच देखी जा रही है।
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने गुरुवार को केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने संसद के अंदर सार्वजनिक स्वास्थ्य और वायु प्रदूषण पर तीखे सवालों का "गोल मोल" जवाब दिया। कांग्रेस सांसद रमेश चल रहे शीतकालीन सत्र के चौथे दिन राज्यसभा में 'एनसीआर और देश में वायु प्रदूषण' पर प्रश्नकाल के दौरान केंद्रीय मंत्री से मिले जवाब का जिक्र कर रहे थे।
जयराम रमेश ने सवाल पूछा कि क्या केंद्र 1981 में पारित प्रदूषण नियंत्रण अधिनियम और राष्ट्रीय परिवेश वायु गुणवत्ता मानकों की समीक्षा पर विचार कर रहा है।
इस पर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा, ''देश में वायु प्रदूषण की समस्या को देखते हुए केंद्र सरकार की ओर से 19,711 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। पीएम 2.5 और पीएम 10 को ध्यान में रखते हुए देश के 131 शहरों में केंद्र सरकार द्वारा योजनाएं लागू की गई हैं। जिसमें हवा में फैलने वाले जहरीले उत्सर्ज को रोकने का प्रवधान है और मैं यह कहना चाहूंगा कि जो मानक बनाए गए थे इन 131 शहरों में काफी संतोषजनक प्रगति हुई है।"
मालूम हो कि वायु गुणवत्ता सूचकांक 0 से 100 तक 'अच्छा', 100 से 200 तक 'मध्यम', 200 से 300 तक 'खराब', 300 से 400 तक 'बहुत खराब' और 400 से 500 या इससे ऊपर को 'गंभीर' माना जाता है।