ज्ञानवापी सर्वेक्षण मामले पर बोले असदुद्दीन ओवैसी- पूजा स्थल अधिनियम 1991 का घोर उल्लंघन है कोर्ट का आदेश
By मनाली रस्तोगी | Published: May 12, 2022 09:37 PM2022-05-12T21:37:50+5:302022-05-12T21:40:16+5:30
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी के मदरसों में राष्ट्रगान अनिवार्य किए जाने पर कहा कि योगी आदित्यनाथ और बीजेपी को मुझे देशभक्ति का सर्टिफिकेट देने की जरूरत नहीं है। जब देश का स्वतंत्रता संग्राम लड़ा जा रहा था तब संघ परिवार नहीं था। अंग्रेजों के खिलाफ खड़े थे ये मदरसे।
हैदराबाद: ज्ञानवापी सर्वेक्षण मामले के फैसले पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने गुरुवार को कहा कि कोर्ट का आदेश पूजा स्थल अधिनियम 1991 का घोर उल्लंघन है। यह बाबरी मस्जिद शीर्षक विवाद में दिए गए सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का उल्लंघन है।
Yogi govt should immediately file an FIR against these people as the 1991 Act clearly says that any person who tries to change the nature of religious places that stood on 15 August 1947. If courts find them guilty, they can be imprisoned for 3 years: AIMIM chief Asaduddin Owaisi pic.twitter.com/oHLFzZ3QCg
— ANI (@ANI) May 12, 2022
उन्होंने कहा कि योगी सरकार को इन लोगों के खिलाफ तुरंत प्राथमिकी दर्ज करनी चाहिए क्योंकि 1991 का अधिनियम स्पष्ट रूप से कहता है कि कोई भी व्यक्ति जो 15 अगस्त 1947 को धार्मिक स्थलों की प्रकृति को बदलने की कोशिश करता है। अगर अदालतें उन्हें दोषी पाती हैं, तो उन्हें 3 साल की कैद हो सकती है।
This is a blatant violation and I hope that the All India Muslim Personal Law Board and the Masjid committee would go to the Supreme Court. I have lost one Babri Masjid and I don’t want to lose another masjid: AIMIM chief Asaduddin Owaisi on Gyanvapi survey case verdict pic.twitter.com/5oSVVrwxHt
— ANI (@ANI) May 12, 2022
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए ओवैसी ने कहा कि यह एक खुला उल्लंघन है और मुझे उम्मीद है कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और मस्जिद कमेटी सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। मैंने एक बाबरी मस्जिद खो दी है और मैं दूसरी मस्जिद नहीं खोना चाहता।
On 15th August and 26th January, all madrassas talk about patriotism. In madrasas, love for the country is being taught. You look at them with suspicion, that's why you are making such laws: AIMIM chief Asaduddin Owaisi pic.twitter.com/eS10Gl0DMJ
— ANI (@ANI) May 12, 2022
वहीं, यूपी के मदरसों में राष्ट्रगान अनिवार्य किए जाने पर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ और बीजेपी को मुझे देशभक्ति का सर्टिफिकेट देने की जरूरत नहीं है। जब देश का स्वतंत्रता संग्राम लड़ा जा रहा था तब संघ परिवार नहीं था। अंग्रेजों के खिलाफ खड़े थे ये मदरसे।
अपनी बात को जारी रखते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि 15 अगस्त और 26 जनवरी को सभी मदरसे देशभक्ति की बात करते हैं। मदरसों में देश प्रेम सिखाया जाता है। आप उन्हें शक की निगाह से देखते हैं, इसलिए ऐसा कानून बना रहे हैं।