एम्स की डॉक्टर उमा कुमार को बनाया गया राष्ट्रीय मेडिकल साइंस एकेडमी का फेलो
By अरविंद कुमार | Published: August 8, 2021 11:33 AM2021-08-08T11:33:06+5:302021-08-08T13:54:41+5:30
राष्ट्रीय मेडिकल साइंस एकेडमी की स्थापना 1961 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने की थी। इसका काम स्वास्थ्य सेवा में सरकार की नीतियों को निर्धारित करने में सलाह और योगदान देना है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में रेमटलॉजी विभाग की अध्यक्ष डॉक्टर उमा कुमार को राष्ट्रीय मेडिकल साइंस एकेडमी का "फेलो" बनाया गया है। नीति आयोग के सदस्य डॉ बीके पाल ने शनिवार को उमा कुमार को एक समारोह में यह सम्मान प्रदान किया। इस अवसर पर भारतीय मेडिकल साइंस परिषद के पूर्व अध्यक्ष डॉक्टर ए के गांगुली भी मौजूद थे।
श्रीमती कुमार को एक स्क्रॉल प्रदान कर उन्हें "फेलो" बनाया गया। 1961 में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने इस संस्था की स्थापना की थी जिसका काम स्वास्थ्य सेवा में सरकार की नीतियों को निर्धारित करने में सलाह और योगदान देना है।
इसके सम्मानित फेलो में पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम विश्व स्वस्थ संगठन की पूर्व उप महानिदेशक एवं इस की पहली वैज्ञानिक डॉ सौम्या विश्वनाथन पद्मभूषण डॉक्टर केके तलवार और आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव एवं एम्स के निदेशक डॉक्टर संदीप गुलेरिया आदि शामिल है।
इस संस्थान के पूर्व "मानद 'फेलों 'में सर्वश्री जवाहरलाल नेहरू ,डॉक्टर बी सी राय इंदिरा गांधी डॉक्टर कर्ण सिंह जैसे लोग भी शामिल रहे हैं। श्रीमती कुमार ने कोविडकाल में कोविड के मरीजो के साथ साथ आर्थराइटिस के मरीजों को जागरूक बनाने में अपनी भूमिका बनाई है।
गौरतलब है कि डॉ कुमार को कुछ साल पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भी सम्मानित किया था। वह डब्ल्यूएचओ की सलाहकार भी रही हैं और एम्स में रूमेटोलॉजी विभाग की स्थापना करने का उन्हें श्रेय जाता है।