राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान राहुल गांधी की नजर मोबाइल फोन पर होने की तस्वीर सामने आई है। सदन के भीतर और बाहर यह चर्चा का विषय रहा। लेकिन, कांग्रेस ने इस पर सफाई दी है कि यह आरोप लगाना भाजपा को शोभा नहीं देता कि राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान राहुल गांधी की नजर अपने मोबाइल फोन पर थी।
गुरुवार को राहुल गांधी को अभिभाषण के दौरान मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए देखा गया। जिस पर सोशल मीडिया पर उन्हें काफी ट्रोल किया जा रहा था।
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि ‘राहुल और सोनिया हिंदी के कठिन शब्दों पर चर्चा कर रहे थे।’ पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने यह सवाल भी किया कि अभिभाषण के दौरान भाजपा के कई नेता और मंत्री आपस में बातें कर रहे थे, लेकिन इस पर कुछ कहना उचित है?
उन्होंने कहा, ‘‘इस तरह की टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी जा सकती। राहुल जी हमारे साथ बैठे थे और सुन रहे थे। अब यह कहा जाए कि भाजपा का कौन सा नेता किससे बात कर रहा था, कहां देख रहा था? गंभीर और सत्तारूढ़ राजनीतिक दलों को ऐसी टिप्पणी शोभा नहीं देती है।’’
शर्मा ने कहा, ‘‘कुछ हिंदी के जटिल शब्द और उन्होंने स्पष्ट रूप से नहीं सुना था और उसी के संदर्भ में पूछे रहे थे। अगर भाजपा के वरिष्ठ मंत्री आपस में बात कर रहे थे तो क्या वह राष्ट्रपति के पद का अनादर कर रहे थे?’’ दरअसल, केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और बाबुल सुप्रियो सहित सत्तापक्ष के कई सांसदों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की नजर मोबाइल फोन पर होने संबंधी तस्वीर सामने आने के बाद उन पर तंज कसते हुये इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।
बता दें कि राष्ट्रपति कोविंद अपने अभिभाषण में केंद्र सरकार के अजेंडे को पेश करते हुए सभी दलों से तीन तलाक और हलाला जैसी कुप्रथाओं को खत्म करने के लिए सहयोग मांग रहे थे तब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मोबाइल देखने में व्यस्त दिखे। सोशल मीडिया पर राहुल की इस दौरान की तस्वीर वायरल हो गई है। वहीं, जब सोनिया गांधी अभिभाषण पर मेज थपथपा रहीं थीं तब राहुल उन्हें रोकते हुए भी दिखे।
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि भाषण में बेरोजगारी के मुद्दे पर कोई भी बात नहीं की गई है। आनंद शर्मा बोले कि देश में बेरोजगारी का आंकड़ा बढ़ रहा है। मोदी सरकार ने पिछले कार्यकाल में जो वादे किए थे उन्हें पूरा नहीं किया गया है, जिनका जिक्र राष्ट्रपति के अभिभाषण में नहीं किया गया है।
आपको बता दें कि राष्ट्रपति ने अपने करीब एक घंटे के भाषण में मोदी सरकार के एजेंडे को देश के सामने रखा. इस दौरान उन्होंने विकास, न्यू इंडिया, सरकार के कामकाज पर फोकस किया। राष्ट्रपति ने अपने भाषण में राफेल विमान का भी जिक्र किया था, जिस पर राहुल गांधी ने कहा था कि वह अपनी बात पर अडिग हैं, वह अब भी मानते हैं कि राफेल विमान सौदे में चोरी हुई थी।