जम्मू: गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के बाद से कांग्रेस में इस्तीफों का सैलाब सा आया हुआ है। शनिवार को ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय समन्वयक, विचार विभाग, अशोक शर्मा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उनके इस निर्णय का कारण "मौजूदा स्थिति और अपरिहार्य परिस्थितियां बताई है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के 'विचार विभाग' के राष्ट्रीय समन्वयक और एक सदस्य प्रदेश कार्यकारी समिति ने कहा कि उन्होंने 'मौजूदा स्थिति और अपरिहार्य परिस्थितियों' के कारण 'दर्दनाक' निर्णय लिया है। उनका इस्तीफा एक पूर्व उप मुख्यमंत्री, आठ पूर्व मंत्रियों, एक पूर्व सांसद, नौ विधायकों और बड़ी संख्या में पंचायती राज संस्थान के सदस्यों, नगर निगम पार्षदों और जम्मू-कश्मीर के जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं के पार्टी छोड़ने के बाद आया है।
अशोक शर्मा पार्टी के सीनियर नेता हैं जो जम्मू-कश्मीर से आते हैं। शर्मा ने साल 1996 में राजौरी जिले के कालाकोट निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव जीता था। वह पार्टी में एक अहम जिम्मेदारी संभाल रहे थे। शर्मा का इस्तीफा, जम्मू-कश्मीर में पूर्व कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के आगमन के एक दिन पहले आया है। ऐसा बताया जा रहा है कि वे गुलाम नबी आजाद के कैंप में शामिल होंगे।
73 वर्षीय आजाद ने 26 अगस्त को कांग्रेस को अपना लंबा पत्र लिखकर इस्तीफा दिया था। अपने इस्तीफा पत्र में उन्होंने पार्टी के पूरे सलाहकार तंत्र को 'ध्वस्त' करने के लिए राहुल गांधी पर ठीकरा फोड़ा। साथ ही उन्होंने पार्टी की मौजूदा स्थिति के लिए भी कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष को जिम्मेदार माना।
बता दें कि गुलाम नबी आजाद कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद 4 सितंबर को जम्मू-कश्मीर जा रहे हैं। जहां वे अपने सियासी भविष्य का निर्णय ले सकते हैं। कयास लगाए जा रहे हैं आजाद अपनी नई पार्टी घोषित कर सकते हैं।