प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न राजीव गांधी को लेकर दिए बयान पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा बयान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद अहमद पटेल का है। अहमद पटेल ने कहा है कि भारत के एक शहीद प्रधानमंत्री को गोली देना कायरता की निशानी है। उन्होंने सवाल उठाया कि शहीद पीएम को गाली दे दी है लेकिन ये भी बताइए कि उनकी मौत का जिम्मेदार कौन है?
अहमद पटेल ने इसके लिए दो ट्वीट किए। पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'एक शहीद प्रधानमंत्री को गोली देना निश्चित रूप से कायरता की निशानी है। लेकिन उनकी हत्या का जिम्मेदार कौन है? बीजेपी ने वीपी सिंह सरकार का समर्थन किया था, जिसने सटीक खुफिया जानकारी और कई बार बोलने के बाद राजीव गांधी को अतिरिक्त सुरक्षा मुहैया कराने से इनकार किया था। उनके पास सिर्फ एक निजी सुरक्षा अधिकारी था।'
अहमद पटेल ने दूसरे ट्वीट में लिखा था, राजीव गांधी ने अपनी जान नफरत की वजह से गवाई है। वह अब हमारे बीच बेबुनियाद आरोपों और अपशब्दों का जवाब देने के लिए नहीं हैं।'
पीएम मोदी ने राजीव गांधी को 'भ्रष्टाचारी नंबर वन' बताया था
पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश में एक चुनावी सभा में अपने भाषण में राहुल गांधी पर प्रहार करते हुए राजीव गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'राजीव गांधी कांग्रेस के राजदरबारियों ने मिस्टर क्लीन बना दिया था, गाजे बाजे के साथ मिस्टर क्लीन-मिस्टर क्लीन चला था, लेकिन देखते ही देखते भ्रष्टाचारी नंबर वन के रूप में उनका जीवनकाल समाप्त हो गया था।' राजीव गांधी वाले टिप्पणी पर प्रियंका गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि ये लोग वोट पाने के लिए मेरे शहीद पिता का नाम लेते हैं।
पीएम मोदी को चुनाव आयोग से क्लीनचिट मिली
चुनाव आयोग ने पीएम नरेंद्र मोदी को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी 'भ्रष्टाचारी नंबर वन' वाले बयान पर क्लीनचिट दी है। राजीव गांधी को 'भ्रष्टाचारी नंबर वन' कहने पर पीएम मोदी के खिलाफ कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी। चुनाव आयोग ने पीएम मोदी को क्लीनचिट देते हुए कहा है कि प्रथम दृष्ट्या हमें इस मामले में किसी तरह का आचार संहिता उल्लंघन नहीं दिखत है। चुनाव आयोग ने ये पूरा मामला बंद कर दिया है।